छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में शराब की कल 10 मई से होम डिलीवरी शुरू करने की अनुमति दे दी है। इससे लॉकडाउन के दौरान कोरोना काल में शराब प्रेमियों को घर पहुंच सेवा मिलना शुरू हो जायेंगी। राज्य के आबकारी आयुक्त के शराब की होम डिलीवरी शुरू करने के कल ही भेजे गए प्रस्ताव को आनन फानन में कल ही वाणिज्यकर(आबकारी) विभाग ने मंजूरी प्रदान कर दी।
विभाग के विशेष सचिव ए.पी.त्रिपाठी द्वारा जारी आदेश के अनुसार अवैध शराब के विक्रय पर अंकुश लगाने के लिए लॉकडाउन अवधि या अग्रिम आदेश तक होम डिलीवरी शुरू करने की अनुमति प्रदान की गई है। आदेश के अनुसार डिलीवरी ब्याय के माध्यम से शराब की आनलाईन होम डिलीवरी की व्यवस्था सुबह नौ बजे से रात्रि आठ बजे तक रहेंगी। कलेक्टर समय को स्थानीय आवश्यकतानुसार कम ज्यादा तय कर सकते है।
होम डिलीवरी हेतु दुकान का निर्धारण छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कार्पोंरेशन लिमिटेड द्वारा किया जाएगा। होम डिलीवरी के लिए ऑनलाइन अग्रिम भुगतान अनिवार्य होगा। दरअसल राज्य में देशी विदेशी शराब की दुकानों का संचालन राज्य सरकार द्वारा स्वयं किया जाता है। छत्तीसगढ़ देश के सर्वाधिक शराब खपत वाले राज्यों में एक है, इसलिए इससे काफी राजस्व भी अर्जित होता है। राज्य के अधिकांश जिलों में लगभग एक माह से लॉकडाउन हैं और शराब की दुकाने बंद है।
कोरोना की पहली लहर के दौरान लॉकडाउन में भी शराब की दुकाने खोलने की कोशिश हुई थी, जिसकी काफी तीखी प्रतिक्रिया हुई थी जिसके कारण इस बार यह कोशिश नही हुई, लेकिन उसका एक दूसरा रास्ता ऑनलाइन होम डिलीवरी का निकाला गया है। राज्य सरकार को उम्मीद है कि ऑनलाइन होम डिलीवरी से राजस्व भी मिलेगा इसके साथ ही साथ जहरीली शराब तथा दूसरे राज्यों से अवैध रूप से लाकर शराब बेचने वालों पर भी अंकुश लगेंगा। हालांकि सरकार के इस निर्णय पर सवाल भी उठ रहे है।