देहरादून : मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने श्रीनगर (पौड़ी) में सशस्त्र सीमा बल केंद्रीयकृत प्रशिक्षण केंद्र के 11वें बुनियादी रंगरूट प्रशिक्षण कोर्स के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस अवसर पर आयोजित परेड का निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने सेना में बेटियों की बढ़ती भागीदारी को देशहित में बताया। उन्होंने कहा कि सेना में बेटियों की संख्या बढ़ती जा रही है, जो बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ नारे को साकार कर रहा है।
42 सप्ताह के कठिन प्रशिक्षण के बाद 101 रंगरूट एसएसबी की मुख्य धारा का हिस्सा बने। इस दौरान मुख्यमंत्री ने रंगरूट प्रशिक्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली प्रशिक्षुओं को ट्राफी देकर सम्मानित भी किया। समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि आज का दिन हमारे जवानों के लिए एक ऐतिहासिक अवसर, तथा हम सब के लिए गौरव का दिन है। उन्होंने कहा कि अपने सैन्य बलों पर हमें गर्व है।
ऐसे कार्यक्रमों में प्रतिभाग करने के लिए उनकी उत्सुकता बनी रहती है। उन्होंने कहा कि देव भूमि में बसी इस सीटीसी में 44 सप्ताह का प्रशिक्षण ग्रहण करते समय यहां की मनोहर प्रकृति ने आपको अवश्य प्रेरणा दी होगी। इस अवसर पर देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी, कर्णप्रयाग विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी, जिलाधिकारी सुशील कुमार, आईजी एसएसबी प्रेमस्वरूप सिंह नेगी, सहित एसएसबी के अधिकारी व जवानों साहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।