भोपाल (मनीष शर्मा) मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महिला सशक्तिकरण मेरे जीवन का एक प्रमुख उद्देश्य है। अपने सार्वजनिक जीवन की शुरूआत से ही मैं बेटियों और महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए कार्य कर रहा हूँ। जब मैं विदिशा सांसद था, तब मैंने कई बेटियों को गोद लिया। उनमें से एक बेटी का कन्यादान गत दिनों किया है। इस कार्य में मेरी धर्मपत्नी मेरा पूरा सहयोग करती है।
सीएम शिवराज मध्यप्रदेश आई.ए.एस. ऑफीसर्स वाइव्स एसोसिएशन (आइसोवा) के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे उन्होंने कहा कि यह सही है कि हर पुरूष की सफलता के पीछे महिला का हाथ होता है। मेरी सफलता की पीछे भी मेरी पत्नी का बहुत बड़ा हाथ है। उन्होंने हर कार्य में मेरा सहयोग किया है।
सीएम शिवराज ने कहा कि कोरोना संकट काल में ‘आइसोवा’ की सदस्यों ने समाज सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया। वे न केवल घर से भोजन बनाकर लोगों को खिलाती थीं अपितु, अन्य कई प्रकार से समाज की सेवा करती थीं। उन्होंने कहा कि आइसोवा अपनी वेबसाइट के माध्यम से महिला स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की मार्केटिंग करे तो उन्हें अच्छा बाजार उपलब्ध हो जाएगा।
सीएम शिवराज ने कहा कि युद्धिष्ठिर एवं यक्ष के प्रश्नोत्तर में जीवन का यह महत्वपूर्ण तथ्य सामने आता है कि हर व्यक्ति को पता है कि वह एक दिन मरेगा, उसके बाद भी वह व्यवहार ऐसा करता है कि उसे हमेशा रहना है। यह सबसे बड़ा आश्चर्य है। व्यक्ति को अपने जीवन में एक-एक क्षण का बेहतर उपयोग कर अपने जीवन को अनमोल व महत्वपूर्ण बनाना चाहिए। मैं भी निरंतर यह प्रयास करता हूँ कि मेरा एक-एक क्षण जनता के कल्याण तथा प्रदेश के विकास के लिए खर्च हो।
सीएम शिवराज ने कहा कि आइसोवा निरंतर समाज सेवा के कार्य करता रहता है। दूसरों की सेवा करना ही सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है। जीता वो है जो देश, समाज और ओरों के लिए कार्य करता है। सीएम शिवराज ने कहा कि वृक्ष जीते-जागते ऑक्सीजन संयंत्र हैं। अधिक से अधिक पेड़ लगाकर पर्यावरण को समृद्ध किया जाए। मैं प्रतिदिन एक पेड़ लगाता हूँ। मध्यप्रदेश में वृक्षारोपण के लिए अंकुर अभियान चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत पेड़ लगाते हुए अपना फोटो अपलोड करें।
सीएम शिवराज एवं उनकी पत्नी साधना सिंह ने कार्यक्रम स्थल पर लगाई गई महिला स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की प्रदर्शनी को देखा व सराहना की। आइसोवा की सचिव श्रीमती सीमा सुलेमान ने बताया कि आइसोवा निरंतर सेवा कार्य कर रहा है। कोविड सहायता के लिए संगठन ने 10 लाख रूपए की राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष में दी।