केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) कानून को लेकर बेंगलुरु में महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। टैन्नरी रोड पर कई महिलाएं अपने बच्चों के साथ धरना पर बैंठी।
बता दें की नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। प्रदर्शनकारी लगातार केंद्र से इस कानून को निरस्त किए जाने की मांग कर रहे है। हालांकि केंद्र स्पष्टरूप से कह चूका है की वह इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। दिल्ली के शाहीन बाग में 25 दिसंबर 2019 से सीएए के खिलाफ प्रदर्शन जारी है।
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए विधेयक के लोकसभा और राज्यसभा में पास होने के बाद और राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के साथ ही नागरिकता संशोधन विधेयक ने कानून का रूप ले लिया। इस कानून से बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के धार्मिक अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता मिलने का रास्ता खुल गया है।