रांची: केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने शुक्रवार को रामगढ़ लिंचिंग केस के आठ दोषियों का स्वागत किया और उन्हें माला पहनाई। बीते साल 29 जून को रामगढ़ के मांस कारोबारी अलीमुद्दीन अंसारी की कथित तौर पर गोमांस ले जाने के शक में पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी थी। दरअसल केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने उम्र कैद की सजा काट रहे आरोपियों के जमानत पर छूटने पर उन्हें घर बुलाकर सम्मानित किया। जयंत सिन्हा ने इन्हें अपने घर बुलाकर फूलों की माला पहनाई और उनके साथ फोटो भी खींचवाई।
गौरतलब है कि मीट कारोबारी की हत्या और उसके बाद से इस पूरे मामले को राजनीतिक रूप देने की कोशिश की जा रही है। यही वजह है कि बीजेपी के नेताओं ने इन आरोपियों का शुरू से ही समर्थन किया है। कुछ महीने पहले बीजेपी के पूर्व विधायक शंकर चौधरी इन आरोपियों को छोड़ने के लिए 15 दिनों तक धरने पर बैठे थे। 2 जुलाई को जब नित्यानंद ज़मानत पर जेल से बाहर आया तो उसे लेने शंकर चौधरी खुद गए, नित्यानंद रामगढ़ बीजेपी का ज़िलाध्यक्ष है। इस पूरे मामले के सामने आने के बाद विपक्षी पार्टियों ने जयंत सिन्हा को निशाने पर लिया। इस मामले में यूथ कांग्रेस ने भी जंयत सिन्हा पर हमला किया। यूथ कांग्रेस ने एक ट्वीट कर कहा कि देश के 10 राज्यों में शक के आधार पर अभी तक 27 लोगों की हत्या की जा चुकी है और जयंत सिन्हा ऐसा करने वाले आरोपियो के स्वागत में लगे हैं।
Unbelievably shameful!
27 people in 10 states have fallen victim to lynching and here we have a BJP lawmaker @jayantsinha happily welcoming lynching convicts with sweets and garlands! What kind of a representative of the people are you? #SaveIndia #BharatBachao pic.twitter.com/c7Pup8wO1a
— Youth Congress (@IYC) 6 July 2018
झारखंड में विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया। उन्होंने हॉर्वड विश्वविद्यालय को भी टैग किया। उन्होंने लिखा कि आपका पूर्व छात्र इन दिनों गौ हत्या के शक में युवक की हत्या करने वाले आरोपियो को सम्मानित करने में लगे हैं। इस विवाद को लेकर जब जयंत सिन्हा से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया। याद हो कि पिछले साल 11 लोगों को जिनमें बीजेपी का एक नेता भी शामिल था को उम्र कैद की सजा सुनाई थी।