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‘पुत्र धर्म’ के बजाय ‘पार्टी धर्म’ निभाएंगे जयंत सिन्हा, राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू को देंगे अपना वोट

राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष ने यशवंत सिन्हा को अपने उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतारा है। इसलिए इस चुनाव को सीधे तौर पर द्रौपदी मुर्मू बनाम यशवंत सिन्हा माना जा रहा है।

राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष ने यशवंत सिन्हा को अपने उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतारा है। इसलिए इस चुनाव को सीधे तौर पर द्रौपदी मुर्मू बनाम यशवंत सिन्हा माना जा रहा है। विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का बीजेपी से गहरा रिश्ता रहा है और उनके बेटे जयंत सिन्हा वर्तमान में भी झारखंड के हजारीबाग से लोकसभा सांसद हैं। ऐसे में जयंत सिन्हा ने ऐलान किया है कि वह पिता के बजाए द्रौपदी मुर्मू को अपना वोट देंगे। 
संवैधानिक दायित्व को पूरी तरह निभायेंगे
जयंत सिन्हा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश जारी कर कहा है कि वे बीजेपी के कार्यकर्ता और पार्टी के सांसद हैं और इस नाते अपने संवैधानिक दायित्व को पूरी तरह निभायेंगे। उन्होंने कहा है कि मीडिया के लोग उनसे सवाल पूछ रहे हैं। वह साफ कर देना चाहते हैं कि उनके आदरणीय पिता विपक्ष के उम्मीदवार हैं, पर यह उनके लिए कोई पारिवारिक मामला नहीं है। 
उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा है, विपक्ष द्वारा मेरे आदरणीय पिता जी श्री यशवंत सिन्हा जी को राष्ट्रपति हेतु प्रत्याशी घोषित किया गया है। मेरा निवेदन है कि आप सभी इसे पारिवारिक मामला न बनायें। बुधवार को एक अन्य पोस्ट में जयंत सिन्हा ने द्रौपदी मुर्मू को एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाये जाने पर उन्हें बधाई दी है और इस निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के अध्यक्ष जयप्रकाश नड्डा के प्रति आभार जताया है। उन्होंने द्रौपदी मुर्मू के साथ अपनी एक पुरानी फोटो भी शेयर की है।
जयंत सिन्हा हजारीबाग के डेमोटांड़ स्थित आवास ऋषभ वाटिका में अपने पिता यशवंत सिन्हा के साथ ही रहते हैं। हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र से तीन बार बीजेपी के टिकट पर सांसद चुने गये यशवंत सिन्हा के आग्रह पर पार्टी ने वर्ष 2014 में उनकी जगह उनके पुत्र जयंत सिन्हा को प्रत्याशी बनाया था। विजयी होकर वह केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में राज्यमंत्री भी बने। वर्ष 2019 में जयंत सिन्हा ने दुबारे इस सीट पर जीत दर्ज की। 
BJP से खुद को अलग कर TMC में शामिल हुए थे जयंत सिन्हा
इधर यशवंत सिन्हा ने बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व की तीखी आलोचना करते हुए पार्टी से दूरी बना ली और कुछ महीनों पहले ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गये। मंगलवार को विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी बनाये जाने का जैसे ही ऐलान हुआ, उनके हजारीबाग स्थित आवास पर उनके समर्थक बड़ी संख्या में जमा हो गये। वहां मिठाइयां भी बांटी गयीं।
इन सबके बीच जब लोग सोशल मीडिया पर जयंत सिन्हा से उनके स्टैंड और पुत्र धर्म को लेकर तरह-तरह के पोस्ट करने लगे तो उन्होंने वीडियो संदेश जारी कर अपनी स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की है। यशवंत सिन्हा की पत्नी नीलीमा सिन्हा भी सोशल मीडिया पर खासा सक्रिय रहती हैं। उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए अपने पति की उम्मीदवारी घोषित होने के बाद एक टीवी चैनल पर उनके बारे में चलायी जा रही खबर की स्क्रीनशॉट फेसबुक पर शेयर करते हुए लिखा है-हू इज यशवंत सिन्हा? दरअसल, इस स्क्रीन शॉट के जरिए यशवंत सिन्हा की प्रोफाइल की संक्षिप्त झलक देने की कोशिश की है।

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