माकपा के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी ने “घरेलू राजनीति” पर सेना प्रमुख बिपिन रावत की टिप्पणियों पर कड़ा विरोध जताते हुए शनिवार को कहा कि यदि देश में सशस्त्र बलों का तथाकथित राजनीतिकरण जारी रहा तो इससे देश के हालात बिगड़ेंगे। उन्होंने कहा, “सरकार का आरोप है कि प्रदर्शन हिंसक हैं। प्रधानमंत्री ने कहा और सेना प्रमुख ने भी कहा। उनका आंतरिक राजनीति से संबंध नहीं है।”
उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत में यह पहला मौका है जब सर्वोच्च वर्दीधारी अधिकारी यानी सेना प्रमुख घरेलू राजनीति पर अपनी राय दे रहे हैं। रावत ने गुरुवार को नए नागरिकता कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों की आलोचना की थी। वह 31 दिसंबर को सेना प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त हो रहे हैं।