भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा शुक्रवार को अपने पुराने दोस्त और राज्य के ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री के एस ईश्वरप्पा के समर्थन में खड़े नजर आए और कहा कि वह सभी आरोपों से मुक्त होकर जल्द ही फिर से मंत्री के रूप में वापसी करेंगे।
आज शाम को मंत्री पद से इस्तीफा देंगे ईश्वरप्पा
ईश्वरप्पा के खिलाफ एक ठेकेदार संतोष पाटिल को आत्महत्या के लिए उकसाने को लेकर मामला दर्ज किया गया है और वह आज शाम को मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को अपना इस्तीफा सौंपेंगे। येदियुरप्पा ने कहा, “चूंकि उनके (ईश्वरप्पा) इस्तीफा देने की स्थिति बन गई है, इसलिये वह त्यागपत्र दे रहे हैं। अगर दो से तीन महीने में जांच पूरी हो जाती है और यदि साबित हो जाएगा कि (मामले में) उनकी कोई भूमिका नहीं है और वह निर्दोष हैं, तो फिर से उनके मंत्रिमंडल में शामिल होने में कोई बाधा नहीं होगी।”
येदियुरप्पा ने ईश्वरप्पा की जल्द वापसी पर जताया विशवास
पूर्व मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि कुछ अपरिहार्य कारणों से, बिना गलती किये, ईश्वरप्पा के लिए इस्तीफा देने की स्थिति आ गई है। येदियुरप्पा ने कहा, “मुझे विश्वास है कि वह निश्चित तौर पर इसका सामना करेंगे और फिर से मंत्री बनेंगे। मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करता हूं।” यह पूछे जाने पर कि क्या ईश्वरप्पा का इस्तीफा सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के लिए एक झटका है, येदियुरप्पा ने कहा कि इसका सवाल ही पैदा नहीं होता। उन्होंने कहा कि ईश्वरप्पा निश्चित तौर पर मंत्री के रूप में वापसी करेंगे और जैसे ही जांच पूरी होगी, यह साबित हो जाएगा कि वह निर्दोष हैं।
कांग्रेस ने की तत्काल गिरफ्तारी की मांग
वहीं, कांग्रेस ने कहा कि कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पेशे से ठेकेदार एक कार्यकर्ता की मौत के लिए जिम्मेदार कमीशनखोर पंचायतराज मंत्री के एस ईश्वरप्पा का इस्तीफा ही काफी नहीं है इसलिए उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा ‘‘कर्नाटक में भाजपा की 40 प्रतिशत कमीशन वाली सरकार चल रही है और वहां भ्रष्टाचार जोरों पर है। कमीशनखोर भाजपा के मंत्री केएस ईश्वरप्पा का इस्तीफा काफी नहीं, मंत्री को गिरफ्तार किया जाए।’’
पार्टी ने कहा ‘‘भाजपा सरकार तानाशाही पर उतारू है, भाजपा की कमीशनखोरी के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार कर लेती है। लेकिन भाजपा कार्यकर्ता की मौत के लिए जिम्मेदार मंत्री को गिरफ्तार नहीं किया गया। ये कैसा कमीशनखोर राज है। भाजपा के मंत्री केएस ईश्वरप्पा के भ्रष्टाचार में लिप्त होने को बेनकाब करने वाले भाजपा कार्यकर्ता की मृत्य के बावजूद भी मंत्री को गिरफ्तार नहीं किया गया। क्या यही है- भाजपा की भ्रष्टाचार के प्रति‘जीरो टॉलरेंस।’’
जानें क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि राज्य के ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री ईश्वरप्पा पर कथिततौर पर काम के बदले में 40 फीसदी कमीशन मांगने का आरोप भाजपा कार्यकर्ता ठेकेदार संतोष पाटिल ने लगाया है। संतोष मंगलवार सुबह उडुपी के एक लॉज में मृत मिला था और उसने मृत्यु से पहले लिखे अपने नोट में कहा था कि उसकी मौत के लिए ईश्वरप्पा जिम्मेदार हैं। ईश्वरप्पा पर इस घटना के बाद इस्तीफा देने का दबाव बढा तो उन्होंने गुरुवार को पत्रकारों से कहा ‘‘मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया क्योंकि मैं उन लोगों को असहज स्थिति में नहीं डालना चाहता, जिन्होंने मुझे इस पद तक पहुंचाने में मदद की है।’’