राजस्थान के भरतपुर जिले में केंद्र सरकार की फ्लैगशिप स्कीम बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं के नाम से सैकड़ों लोगों से फार्म भरा कर दो लाख रूपये दिलाने का फर्जीवाड़ा सामने आया है।
महिला बाल विकास मंत्रालय के सचिव ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर भरतपुर में किए गए इस फर्जीवाड़े की जानकारी दी और इसे रोकने के लिए जरूरी कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
मंत्रालय ने इस तरह की धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के भी निर्देश दिए है। इन फार्मों को सरपंच से सत्यापित भी करवाया गया है तथा फार्म के साथ आधार कार्ड और बैंक पासबुक की कॉपी भी लगाई गई हैं।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार इस पूरे मामले में किसी बड़े गिरोह की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा रहा है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं योजना में बच्चियों और महिलाओं को 2 लाख रुपए नकद दिलाने का झांसा देकर फार्म भरवाए गए। ये फार्म डाक से महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को भेजे जाने के बाद ही इस मामले की जानकारी हो सकी।
मंत्रालय को ये फार्म मिले तो फर्जीवाड़े का पता लगा क्योंकि बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ योजना में सरकार किसी तरह की नकद सहायता नहीं देती।