Cash for Query मामले में Ethics Committee की रिपोर्ट आने के बाद टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा से उनकी संसद की सदस्यता छीन ली गई। महुआ पर बीजेपी नेता निशिकांत दूबे ने आरोप लगाया था कि उन्होने कारोबारी गौतम अड़ानी के खिलाफ संसद में सवाल पूछने के लिए दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत ली है। हांलाकि महुआ इस आरोप को लगातार गलत बताती आईं हैं। उन्होने कहा कि दर्शन हीरानंदानी ने रिश्वत लेने या देने का न कोई आरोप लगाया है और न सबूत पेश किया है।
भारत में नेताओं ने कई कारणों से संसद में अपनी सदस्यता खोई है। आइए जानते हैं कि किन कारणों की वजह से नेता लोकसभा और राज्यसभा में अपनी सदस्यता खो देते हैं।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel 'PUNJAB KESARI' को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।