सबसे पुरानी और बड़ी सियासी पार्टी कांग्रेस इन दिनों अपने आगामी भविष्य को लेकर तीन दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन कर रही है। ऐसे में पार्टी को पंजाब में एक बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के कद्दावर नेता सुनील जाखड़ ने कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया है। राजस्थान के उदयपुर में जारी चिंतन शिविर के बीच कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका है।
सिद्धू ने ट्वीट कर कहा
इसी बीच पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पार्टी का जाना माना चेहरा नवजोत सिंह सिद्धू सुनील जाखड़ के साथ खड़े हुए हैं। शनिवार को सिद्धू ने ट्वीट कर कहा कि जाखड़ पार्टी के लिए अहम संपत्ति हैं।कांग्रेस को सुनील जाखड़ को नहीं खोना चाहिए।किसी भी मतभेद को बातचीत के जरिए सुलझाया जा सकता हैं।
क्या दोनों कांग्रेस से अलग होकर साथ आ सकते
आपको बता दें कि काफी समय से ये कयास लगाए जा रहे हैं कि यदि जाखड़ के बाद सिद्धू के खिलाफ भी पार्टी कोई ऐक्शन लेती है तो दोनों कांग्रेस से अलग होकर साथ आ सकते हैं। दोनों नेता कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। एक तरफ सुनील जाखड़ पंजाब के बड़े हिंदू नेताओं में से एक रहे हैं तो वहीं नवजोत सिंह सिद्धू जाट सिखों के बीच लोकप्रिय चेहरा माने जाते हैं। पिछले दिनों नवजोत सिंह सिद्धू और सुनील जाखड़ की मुलाकात हुई थी। जिसके बाद से ऐसे कयास लगाए जा रहे है।
सुनील जाखड़ के साथ एक लंबी विरासत रही है, उनके पिता बलराम जाखड़ किसान नेता माने जाते थे। ऐसे में दोनों नेता साथ आकर एक नया मोर्चा भी बना सकते हैं।