उत्तर प्रदेश के चर्चित लखीमपुर खीरी कांड को आज एक वर्ष पूरा हो गया है। 3 अक्तूबर 2021 को हुए लखीमपुर खीरी कांड की बरसी पर पंजाब के अमृतसर में किसान मजदूर संघर्ष समिति ने "रेल रोको आंदोलन" का आह्वान किया है। 3 घंटे के लिए बुलाए गए इस आंदोलन के लिए किसान बड़ी संख्या में जुटे हैं।
लखमीपुर खीरी के तिकुनिया इलाके के कौड़ियाला घाट गुरुद्वारे में श्रद्धांजलि सभा व भोग होगा। इसमें किसान नेता राकेश टिकैत भी शामिल होंगे। भाकियू टिकैत गुट के जिलाध्यक्ष दिलबाग सिंह ने बताया कि तिकुनिया कांड में मारे गए चार किसानों व पत्रकार की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में देश के कई हिस्सों से किसान आ रहे हैं।
3 अक्टूबर को हुई हिंसा को कभी नहीं भूल सकता
टिकैत ने कहा कि घटना की पहली बरसी पर सोमवार को देशभर से किसान जुटेंगे। उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के परिवारों को अभी तक न्याय नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि घटना की पहली बरसी पर सोमवार को देशभर से किसान इकट्ठा होंगे। टिकैत ने कहा कि देश पिछले साल 3 अक्टूबर को तिकुनिया गांव में हुई हिंसा को कभी नहीं भूल सकता, जिसमें आठ लोगों की जान चली गई थी।
8 लोगों की गई थी जान
उल्लेखनीय है कि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के विरोध में किसान 3 अक्टूबर 2021 को तिकुनिया गांव में प्रदर्शन कर रहे थे और इस दौरान कार से कुचलकर चार लोगों की मौत हो गई। इसके बाद हुई हिंसा में बीजेपी के दो कार्यकर्ताओं और एक पत्रकार समेत चार अन्य की मौत हुई थी। हिंसा में मारे गए प्रदर्शनकारी केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे थे, जिन्हें बाद में सरकार ने वापस ले लिया था।
इस मामले में दर्ज दो मुकदमों में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष समेत 17 आरोपी जेल में हैं। इनमें से किसान पक्ष के भी चार आरोपी जेल में बंद हैं। मामला कोर्ट में विचाराधीन है। इस समय आरोप तय करने की कार्रवाई चल रही है। कभी सियासत का पारा बढ़ाने वाला ये कांड आज भी चर्चा में है।