पंजाब में अमृतसर के गांव अदलीवाल में निरंकारी सत्संग डेरा पर हुए आतंकी हमले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की जिसमे कहा उन्होंने कहा की मुझे यह घोषणा करने में प्रसन्नता हो रही है कि पुलिस ने ब्लास्ट में शामिल दो लोगों में से एक को गिरफ्तार किया है। 26 वर्षीय गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम बिक्रमजीत सिंह है। दूसरे आदमी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
वह व्यक्ति जो मास्टरमाइंड है वह इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस है। ये (हरमीत सिंह ‘पीएचडी’ उर्फ हैप्पी) केवल वे दलाल हैं जिनका वे उपयोग कर रहे थे। उन्होंने कहा की इस मामले में कोई सांप्रदायिक कोण नहीं है। यह आतंकवाद का शुद्ध मामला है। सत्संग डेरा को निशाना बनाया गया था क्योंकि वह आसान लक्ष्य थे। हमने अतीत में अन्य संगठनों के बारे में जानकारी दी थी, लेकिन हमने सावधानी पूर्वक उपाय किए और इससे रोका।
मैं पंजाब को विश्वास दिलाता हूं कि पाकिस्तान और आईएसआई को मुंहतोड़ जवाब देंगे। इस हमले के पीछे खालिस्तानी लिबरेशन फोर्स का हाथ। उन्होंने ब्लास्ट में इस्तेमाल हुए विस्फोटक के बारे में भी बताया और कहा कि यह ग्रेनेड का प्रकार है जिसे अन्य मॉड्यूल से लिया गया है। यह कश्मीर में बलों के खिलाफ इस्तेमाल किया जा रहा है और यह वह है जो फट गया। यह पाकिस्तान लाइसेंस प्राप्त कारखाने द्वारा लाइसेंस के तहत बनाया गया है और गोले से भरा है।
पंजाब पुलिस ने एक लोकल युवक को हिरासत में लिया है, जिसने निरंकारी समागम स्थल पर हैंड ग्रेनेड फेकने की बात कबूली है। हैंड ग्रेनेड अटैक के लिए पैसा और ग्रेनेड पाकिस्तान में बैठे खालिस्तानी आतंकी हरमीत सिंह उर्फ पीएचडी ने मुहैया करवाया था। पटियाला से कुछ दिन पहले पकड़े गए खालिस्तान गदर फोर्स के आतंकी शबनम दीप सिंह ने इसके लिए स्लीपर सेल के माध्यम से इन दो लड़कों को बरगला कर अपने साथ जोड़ा था। शबनम दीप सिंह ने गरीब लड़कों को खालिस्तान के नाम पर बरगला कर उनको चंद हजार रुपए देकर हैंड ग्रेनेड फेंकने के लिए तैयार किया था। उन्हें ट्रेनिंग भी दी गई थी।