पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को राज्य में बिजली उत्पादन के लिए कोयले का पर्याप्त भंडार नहीं रखकर ‘‘उपभोक्ताओं को परेशान’’ करने के लिए राज्य में निजी ताप विद्युत संयंत्रों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सिद्धू की यह टिप्पणी कोयले की गंभीर कमी के मद्देनजर राज्य के स्वामित्व वाली पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) द्वारा बिजली उत्पादन में कटौती किये जाने और ‘लोड शेडिंग’ लागू करने के लिए मजबूर होने के एक दिन बाद आयी है।
Punjab must prevent & prepare, rather than repent & repair… Private Thermal Plants floating guidelines, punishing Domestic Consumers by not keeping Coal Stock for 30 Days should be penalised. It is time to aggressively work on Solar PPAs, & roof-top solar connected to the Grid !
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) October 10, 2021
विद्युत संयंत्रों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए- सिद्धू
नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट करके कहा, ‘‘पंजाब को पछताने के बजाय तैयारी करनी चाहिए … दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वाले और 30 दिनों के लिए कोयले का भंडार नहीं रख घरेलू उपभोक्ताओं को परेशानी में डालने वाले निजी ताप विद्युत संयंत्रों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। यह सौर पीपीए और ग्रिड से जुड़े रूफ-टॉप सोलर पर तेजी से काम करने का समय है।’’
केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के दिशानिर्देशों के अनुसार, कोयला खदान से 1,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी पर स्थित बिजली संयंत्रों में हमेशा 30 दिनों तक का न्यूनतम कोयला भंडार होना चाहिए, लेकिन राज्य में बिजली संयंत्रों द्वारा इस स्तर का भंडार बनाए नहीं रखा जाता है। पीएसपीसीएल के एक अधिकारी ने शनिवार को कहा था कि अपर्याप्त कोयले की आपूर्ति के कारण राज्य में बिजली संयंत्र कम क्षमता पर चल रहे हैं।
मुख्यमंत्री चन्नी ने केंद्र पर साधा निशाना
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शनिवार को अपर्याप्त कोयले की आपूर्ति के लिए केंद्र पर निशाना साधा था और अगले कुछ दिनों में तेजी से घट रही कोयले की आपूर्ति के कारण राज्य के ताप विद्युत संयंत्रों के बंद होने की आशंका जतायी थी।
PSPCL ने शनिवार को कोयले की कमी के मद्देनजर उपभोक्ताओं से बिजली बचाने की अपील की थी
उन्होंने कहा कि कोल इंडिया लिमिटेड की विभिन्न सहायक कंपनियों के साथ समझौतों के बावजूद पंजाब को पर्याप्त कोयले की आपूर्ति नहीं हो रही है और उन्होंने केंद्र सरकार से बिजली संकट से निपटने के लिए राज्य के कोयले का कोटा तुरंत सुनिश्चित करने को कहा है। पीएसपीसीएल ने शनिवार को देश में कोयले की ‘‘कमी’’ के मद्देनजर उपभोक्ताओं से बिजली बचाने की अपील की थी।