लुधियाना-अटारी: पंजाब में गुरू की नगरी अमृतसर के नजदीक अटारी-वाघा सरहद पर देश का सबसे ऊंचा तिरंगा झंडा तीन महीनों के पश्चात एक बार फिर पुन: फहराया गया। 360 फुट लंबा यह तिरंगा विशेष अवसरों पर फहराया जाता है। इस ध्वज की ऊंचाई ऊंची होने के कारण इसे पड़ोसी मुल्क लाहौर के अनारकली बाजार समेत कई इलाकों से फहराते हुए देखा जा सकता है। जबकि दूसरी तरफ पाकिस्तान ने भी अपनी सीमा पर 14 अगस्त को अपना कौमी ध्वज, भारतीय ध्वज से ऊंचा फहराने की घोषणा कर रखी है। इस संबंध में कौमी ध्वज फहराने के लिए मंच और पोल तैयार है।
इधर इस ध्वज को पूर्व अकाली-भाजपा सरकार के लोकल बाडी मंत्री अनिल जोशी द्वारा 5 मार्च को जल्दबाजी में फहराया गया था। हालांकि 6 बार बार-बार ध्वज फटने उपरंात किरकिरी के पश्चात कैप्टन अमरेंद्र सरकार ने गंभीरता जाहिर करते हुए तत्काल प्रभावी कदम उठाने के साथ-साथ प्रतिदिन इसको फहराने के आदेशों पर रोक लगा दी थी।
हालांकि सूत्रों के मुताबिक तिरंगे के रख-रखाव के लिए पिछली टीम को बदला जा चुका है। फिर भी तिरंगे की लंबाई-चौड़ाई को लेकर अंतिम निर्णय होना अभी बाकी है। इस संबंध में राज्य के गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर भी राय मांगी है। अमृतसर के जिलाधीश ने बार-बार झंडे के फटने के कारण हो रहे अपमान और देशवासियों की आहत होती भावनाओं को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाए है।
– सुनीलराय कामरेड