लुधियाना-फरीदकोट : फरीदकोट की सामाजिक संस्था बाबा फरीद सोसायटी द्वारा 2017 का ईमानदार शख्सियत अवार्ड पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को दिए जाने के फैसले का अकाली दल ने तीखा विरोध किया है। जिक्रयोग है कि बाबा फरीद सोसायटी ने पिछले दिनों पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के इतिहास की खोजबीन के पश्चात बाबा फरीद अवार्ड फार होनैस्टी देने की घोषणा की है। इस अवार्ड में एक लाख की नकदी, प्रशंसा पत्र और दोशाला शामिल है।
नवजोत सिंह सिद्धू ने दो दिन पहले ही इस अवार्ड को लेने में अपनी सहमति दी थी। शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्त परमबंस सिंह बंटी रोमाना ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू को यह सम्मान देना संस्था का पक्षपाती फैसला है। उन्होंनें कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू को गैर इरादा कत्ल के मामले में न्यायपालिका सजा घेाषित कर चुका है और इस सजा के खिलाफ अपील अदालत में विचारदीन है। उन्होंने कहा कि इस के अतिरिक्त नवजोत सिंह सिद्धू अन्य कई विवादों में जुड़ा है।
परमबंस सिंह बंटी ने यह भी कहा कि संस्था ने सही ईमानदार सियासतदान को अवार्ड देने के स्थान पर किसी साजिश के तहत नवजोत सिंह सिद्धू को इस अवार्ड के लिए चुना है। परंतु दूसरी तरफ संस्था के चेयरमैन इंद्रजीत सिंह खालसा ने कहा कि बाबा फरीद सोसायटी साफ-सुथरी धार्मिक संस्था है और इसका सियासत से कोई संबंध नहीं। उन्होंने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू का नाम ईमानदारी अवार्ड के लिए आम लोगों को भेजा गया था और आम लोगों की सिफारिश के उपरांत जांच-पड़ताल के पश्चात सिद्धू को अवार्ड के लिए चुना गया है। उन्होंने यह भी कहा कि बाबा फरीद सोसायटी काबिलियत के आधार पर ही अवार्ड देती रही है। इस बारे में कोई भी नुकताचीनी निंदनीय है।
– सुनीलराय कामरेड