लुधियाना: दो महीने पहले पंजाब विधानसभा चुनावों में हार का मजा चखने उपरांत शिरोमणि अकाली दल एक बार फिर धार्मिक और पंथक मुददों की तरफ मुडऩे लगा है। शिरोमणि अकाली दल के प्रधान और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने दो दिन पहले ही समूह अकाली नेताओं और कार्यकर्ताओं को सार्वजनिक अपील करते हुए कहा है कि वे श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों की पालना करते हुए स्वयं अपने ही इलाके के नजदीकी गुरूद्वारा साहिबान में सुबह-सवेरे जाकर 14 मई को 9 बजे श्री जपुजी साहिब के पाठ करने उपरांत अरदास समागमों में शामिल हो। काबिले जिक्र है कि श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा उत्तराखंड के शहर हरिद्वार में गंगाघाट हरिकी पौड़ी पर स्थित प्रथम गुरू श्री गुरूनानक देव जी के स्थान गुरूद्वारा श्री ज्ञान गोदड़ी साहिब के स्थल को हासिल करने के लिए 14 मई को देश-विदेश की संगत को पाठ उपरांत अरदास समागम करवाने के आदेश दिए है।
सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल गुरूद्वारा श्री ज्ञान गोदड़ी साहिब स्थल को बनाने तक इस संघर्ष में बढ़चढ़ कर हिस्सा पाया जाएंगा। इसी संबंध में सरकार और अन्य हर किसी पलेटफार्म पर आवाज उठाने के लिए शिरोमणि अकाली दल अपनी बनती डयूटी निभाएंगे। सुखबीर बादल ने यह भी कहा कि दुनिया भर में बैठे सिखों की भावनाएं इस पावन और ऐतिहासिक स्थान के साथ जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि यह चिंताजनक बात है कि श्री गुरूनानक देव जी के स्थान श्री गुरूद्वारा साहिब को 1979 में सुरक्षा के नाम पर तोड़ दिया गया था। उसके पश्चात उसकी मुरम्मत की आज्ञा आज तक सिख संगत को नहीं दी जा रही।
– सुनीलराय कामरेड