लुधियाना-पटियाला : आंगनबाड़ी वर्करों का जिस तरह से गुस्सा पूरे पंजाब भर में फूट रहा है उसी तरह लुधियाना में भी आंगनवाड़ी वर्करों ने अपने जिला प्रमुख दफतरों में धरने प्रदर्शन की जहां पर उन्होंने कैप्टन सरकार का पुतला फूका और अपनी मांगों को मनवाने के लिए जोर दिया। उधर सीएम अमरेंद्र सिंह के शहर पटियाला में अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन पर बैठे सैकड़ों आंगनवाड़ी वर्करों पर देर रात पुलिस ने कार्यवाही करते हुए उन्हें बलपूर्वक खदेड़ दिया। धारा 144 का हवाला देकर पहले पटियाला में किसानों को आंदोलन करने से रोकने वाली पंजाब पुलिस ने रात 12 बजे के बाद इस धारा को लागू करने की याद आई और उसने वही धरने पर बैठी महिलाओं पर पानी की बौछार समेत धक्का-मुक्की करते हुए उन्हें खदेड़ दिया।
पटियाला में आंगनवाड़ी वर्करों पर किए गए तशदद पर आंगनवाड़ी वर्करों ने कैप्टन सरकार को जमकर कोसा और उनके विरुद्ध जमकर नारेबाजी की आंगनबाड़ी वर्करों की पिछले काफी लंबे समय से लंबित पड़ी मांगों को लेकर इनका गुस्सा और तेज हो गया जब कैप्टन सरकार ने 3 साल 6 साल के बच्चों को प्राइमरी स्कूलों में मर्ज करना शुरू कर दी और आंगनवाड़ी सेंटरों को बंद करने का निर्णय ले लिया जिसका आक्रोश पूरे पंजाब में आंगनवाड़ी वर्करों में देखा जा रहा है आंगनबाड़ी वर्करों की मुखय नेता ने कहा की इन वर्करों को 0 से लेकर 6 साल तक के बच्चों को पूरा स्वास्थ्य का ध्यान रखने को कहा जाता है और उनकी जो छह सेवाएं हैं वह भी उसके हिसाब से उन्हें और भी अलग काम दिया जाता है मगर उनको तनख्वाह जो है उस हिसाब से नहीं मिलती सिर्फ मान भत्ता ही दिया जाता है उन्होंने सरकार से आंगनवाड़ी वर्करों की तनख्वाह बढ़ाने व को रेगुलर करने तक की मांगे रखी हुई थी जो आज तक पूरी नहीं हुई ना ही अकाली सरकार में न ही कांग्रेस की सरकार में अब जब आंगनवाड़ी सेंटर को बंद करने का सरकार ने सोचा तो आंगनवाड़ी वर्करों का गुस्सा फूट कर सामने आ गया।
– सुनीलराय कामरेड