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केंद्र के तमाम दावों से इतर पंजाब में गहराता जा रहा है कोयला संकट, आठ में से सात थर्मल पावर यूनिटें बंद

पंजाब में कोयले की कमी के चलते बिजली संकट गहराता जा रहा है क्योंकि रोपड थर्मल पावर की चारों यूनिटें,लहरा मोहब्बत थर्मल पावर की चार में से तीन यूनिटें बंद हो गयी हैं।

देश में कोयले की कमी है या नहीं है, यह मुद्दा काफी गंभीर होता जा रहा है। देश के कोयला मंत्री ने कोयला की कमी को नकारा है। लेकिन दूसरी तरफ, पंजाब में कोयले की कमी के चलते बिजली संकट गहराता जा रहा है क्योंकि रोपड थर्मल पावर की चारों यूनिटें,लहरा मोहब्बत थर्मल पावर की चार में से तीन यूनिटें बंद हो गयी हैं। तलवंडी साबो थर्मल पावर की एक यूनिट तकनीकी खराबी के चलते बंद हो गयी है।
PSPCL के अधिकारियों ने नकारा दावा- कहा- राज्य में बिजली की कोई कमी नहीं है 
पीएसपीसीएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य में बिजली की कोई कमी नहीं है क्योंकि मौसम परिवर्तन के कारण बिजली की मांग घटी है। शनिवार और कल रविवार को अवकाश के चलते मांग कम रहेगी। सभी तीन प्राइवेट पावर प्लांट्स की दो-दो यूनिटें चालू हैं। राजपुरा और तलवंडी साबो पूरे लोड पर चल रही हैं। जीवीके कम लोड पर हैं। सात थर्मल यूनिटों ने शनिवार अपराहन तक तीन हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन किया।
रंजीत सागर तथा मुकेरियां हाइडिल प्रोजेक्ट से हाइड्रो जेनेरेशन 240 मेगावाट का उत्पादन हो रहा है तथा कुल हाइड्रो उत्पादन चार सौ मेगावाट रहा। दशहरे पर कल अधिकतम बिजली की मांग करीब 8675 मेगावाट तथा आपूर्ति 1772 लाख यूनिट रही।
भारत के ज्यादातर कोयले से चलने वाले बिजली संयंत्रों में कोयले की कमी
रोपड तथा लहरा मोहब्बत में कोयले का स्टाक कल रात और आज एक दशमलव पांच तथा एक दशमलव एक रहा। राजपुरा थर्मल का स्टाक दो दशमलव नौ दिन और जीवीके का शून्य दशमलव नौ दिन का है। इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (एआईपीईएफ) के प्रवक्ता वी के गुप्ता ने कहा कि भारत के ज्यादातर कोयले से चलने वाले बिजली संयंत्रों में कोयले की कमी है। रोपड़ और लहर मोहब्बत में कोयला स्टॉक क्रमश: 2.6 और 1.9 दिनों के लिए पर्याप्त है।
अगले सप्ताह बिजली की स्थिति में सुधार होगा- अधिकारी
पंजाब राज्य बिजली निगम लिमिटेड (पीएसपीसीएल) ने गुजरात के मुंद्रा स्थित टाटा पावर के आयातित कोयला आधारित बिजली संयंत्र से 12 से 19 अक्टूबर तक एक सप्ताह के लिए 5.50 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदने पर सहमति जताई है। गुजरात ने भी टाटा मुंद्रा से चार सप्ताह की अवधि के लिए 1800 मेगावाट 4.50 रुपये प्रति युनिट में खरीदने पर भी सहमति व्यक्त की है।
राज्य में पिछले एक सप्ताह से रोजाना करीब एक हजार मेगावाट बिजली की कमी हो रही है। पीएसपीसीएल के अधिकारियों का दावा है कि पर्याप्त संख्या में कोयला रेक की आपूर्ति से अगले सप्ताह बिजली की स्थिति में सुधार होगा। उल्लेखनीय है कि 2007 में टाटा पावर ने मुंद्रा अल्ट्रा मेगा पावर प्लांट (यूएमपीपी) के लिए 2.90 रुपये प्रति यूनिट की कीमत पर पंजाब को 450 मेगावाट बिजली की आपूर्ति के लिए बोली जीती थी। 
पंजाब में बिजली की आपूर्ति लगातार कम हो रही है और उपभोक्ताओं पर तीन से आठ घंटे की बिजली कटौती की जा रही है। राज्य में मंगलवार को 150 लाख यूनिट से अधिक की कमी के साथ 1865 लाख यूनिट बिजली की प्रतिबंधित आपूर्ति थी। पीएसपीसीएल द्वारा 14.56 प्रति यूनिट के हिसाब से 259 लाख यूनिट बिजली की खरीद कर गई थी।

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