लुधियाना-जालंधर : कोरोना महामारी के संकट भरे वक्त में अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर देश की सेवा करने में जुटे ‘कोरोना यौद्धाओं’ जिनमें डॉक्टर, नर्स, पेरामेडिकल मुलाजिम और सफाई कर्मचारियों समेत अन्य सेवादार शामिल है, को पंजाब में भी देश के अन्य हिस्सों की तरह आज भारतीय सेना द्वारा सम्मानित किया गया। इस दौरान सेना ने पाईप बैंड बजाकर यौद्धाओं का हौसला अफजाई की। उधर जालंधर और पठानकोट से भी ऐसी खबरें मिली है।
कोरोना वायरस के चलते पठानकोट के इलाका मामुन में आज भारतीय सेना द्वारा जमीनी स्तर पर कोरोना वायरस विरूद्ध अपने परिवारों को छोडक़र लड़ाई लड़ रहे पंजाब पुलिस के खाकी वर्दीधारी यौद्धाओं को सम्मानित किया गया। इस दौरान गोरखा रेजीमेंट द्वारा धुन बजाकर इन यौद्धाओं के काम की प्रशंसा की गई। इस मौके पर पुलिस डिवीजन न. 1 और 2 पठानकोट के पी.सी.आर जवानों, इंचार्ज, अधिकारियों और महिला कर्मचारियों समेत पुलिस विभाग में काम कर रहे अन्य कर्मचारियों को भी उनकी दिन-रात काम करने के कारण की जा रही सेवाओं के लिए उन्हें प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया जबकि जालंधर में सेना के जवानों ने इन्ही यौद्धाओं को हाथ जोडक़र सम्मान दिया। इसी बीच सेना द्वारा डयूटी पर तैनात स्टाफ नर्सो और डॉक्टरों को अपनी तरफ से तोहफे भी दिए। इस पर कोरोना वॉरियर्स ने वायु सेना का शुक्रिया अदा किया और कहा कि वे भी इसी डेडिकेशन के साथ कोरोना से लड़ते रहेंगे और जीत हासिल करेंगे।
जबकि पंजाब के शाही शहर पटियाला में भी भारतीय सेना द्वारा मिल्ट्रिी बैंड का शानदार प्रदर्शन करते हुए सरकारी मेडिकल कॉलेज पटियाला में कोरोना वायरस की महामारी के खिलाफ फ्रंट लाइन पर लड़ रहे डॉक्टरों, नर्सो, पेरामेडिकल मुलाजिम और सफाई कर्मचारियों को सम्मानित किया। 12 विंग के एओसी-इन-सी ने बताया कि फूल बरसाने का असल मकसद कोरोना वॉरियर्स का मनोबल बढ़ाना था, साथ ही उन्हें यह संदेश भी देना था कि जिस जज्बे के साथ वे मरीजों की सेवा में लगे हैं, उसी जज्बे के साथ आर्मी भी खड़ी है।
– सुनीलराय कामरेड