लुधियाना : एक तरफ जहां केंद्र सरकार के मंत्री और पंजाब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विजय सांपला जहां पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली द्वारा हासिल की गई जीएसटी समेत आर्थिक उपलब्धियों का लुधियाना स्थित गुरूनानक भवन में आम आदमी के लिए मुद्रा योजना के फायदे गिनाते हुए गुनगान कर रहे थे वही दूसरी तरफ उसी समय चंद कदम दूर ढोलेवाल स्थित चौराहे पर विश्व विख्यात हौजरी और साइकिल इंडस्ट्री से संबंधित उद्यमी और कारोबारी सडक़ों पर उतरकर नरेंद्र मोदी और अरूण जेतली द्वारा लगाई जीएसटी का विरोध करते हुए आर्थिक नीतियों का जनाजा निकाल रहे थे।
पंजाब की औद्योगिक राजधानसी नाम से विख्यात लुधियाना के हजारों औद्योगपतियों ने सवित्री कोम्पलैक्स के बाहर जनता नगर स्माल स्केल मैनूफेकचर एसो. के प्रधान जसविंद्र सिंह ठुकराल की अगुवाई में केंद्रीय वित्तमंत्री के खिलाफ पुतले फूंककर स्यापा किया गया। रोष प्रदर्शन को कंवलजीत सिंह कड़वल और तरूण जैन बावा समेत कई औद्योगपतियों ने संबोधन भी किया। औद्योगपतियों का कहना था कि उन्होंने बहकावे में आकर चुनाव चिन्ह फूल पर मोहरे लगाई, जिसका खमियाजा आज आम जनता भुगत रही है।
पूरे विश्व में प्रसिद्ध औद्योगिक नगरी लुधियाना की हौजरी एवं साइकिल व अन्य छोटी इंडस्ट्री से संबंधित उद्यमियों ने आज जीएसटी के खिलाफ अपने अपने कारोबार इकाइयों में ताले लगाकर ढोलेवाल चौक स्थित गुड्स एवं सर्विस टैक्स आफिस के बाहर जबरदस्त रोष प्रदर्शन भी किया और चाय की केतलियां खट-खटाकाकर मोदी सरकार व वित्त मंत्री अरूण जेतली के खिलाफ नारेबाजी की।
इस मौके पर संबोधित करते हुए नेताओं ने बताया कि आज जहां देश का सबसे बडा पर्व दीवाली सामने है तथा यह दिन कारोबारी के पीक के होते है लेकिन पहले नोटबंदी और अब जीएसटी ने उद्योग व्यापार को तबाह कर दिया है तथा इस पर्व के दिनों में कोई सेल न होने के कारण उद्यमी व्यापारी सडकों पर उतरे हुए है। उद्यमियों के पास अपने स्टाफ को देने के लिए वेतन तक नहीं है। पूरे विश्व में जीएसटी की एक ही स्लैब है लेकिन यहां पर मोदी सरकार व इसके वित्तमंत्री अरूण जेतली ने चार-चार स्लैब करके उद्योग व्यापार का गला घौंट दिया है। जोकि बडे घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 30 अक्टूबर तक इसे दरूस्त नहीं किया गया तो समूचा उद्योग व्यापार अपने लेबर के साथ सडकों पर उतर आएगा तथा महाआंदोलन छेड दिया जाएगा।
दूसरी तरफ गुरूनानक भवन में मीडिया से बातचीत करते हुए जीएसटी के बारे सांपला ने कहा कि कहीं भी जहां ईमानदारी से बिजनेस करना उसे कोई समस्या नहीं। यह वैट से बहुत बेहतर है। वैट में 45 प्रतिशत तक टैक्स जाता था लेकिन जीएसटी में 28 प्रतिशत से अधिक नहीं है। फिर भी आज जीएसटी की मीटिंग में कुछ अच्छे परिणाम आ सकते है। बीस लाख से कम वालों के लिए जीएसटी रजिस्ट्रड होना जरूरी नहीं है। लेकिन यदि वह खुद को रजिस्ट्रड तो उसे हिसाब पूरा रखना होगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज का समारोह मुद्रा योजना अप्रैल 2015 की प्रमोशन व आंकलन है ताकि लोग और भी इसका लाभ ले सकें। ऐसे समागम 2 अक्टूबर से 17 अक्टूबर में लगभग 50 जगह पर बडे शहरों में हो रहे है। पंजाब में पिछले साल 3550 करोड के मुद्रा लोन दिये गए है जोकि टार्गेट से भी अधिक है। स्टैंड अप इंडिया व डिजिटल इंडिया युवाओं को रोजगार स्थापित करने के लिए है। इसका लगभग सवा 11 करोड लोगों को इसका लाभ मिला।.
– सुनीलराय कामरेड