पंजाब कांग्रेस में कलह के चलते अमरिंदर सिंह ने भले ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया हो, लेकिन उनके तजुर्बे और सियासी रुतबे से हर कोई अच्छी तरह से वाकिफ है। ऐसे में क्या कांग्रेस को बगावत का डर सता रहा है? क्या पार्टी को डर है कि कैप्टन साहब उनकी विरोधी पार्टियों के साथ तालमेल बिठा सकते हैं? दरअसल, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने पूर्व पंजाब सीएम अमरिंदर से उम्मीद जताई है कि वह पार्टी विरोधी कोई भी कदम नहीं उठाएंगे।
अशोक गहलोत ने ट्विटर पर एक बयान में कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह जी ऐसा कोई कदम नहीं उठाएंगे जिससे कांग्रेस पार्टी को नुकसान हो। कैप्टन साहब ने स्वयं कहा कि पार्टी ने उन्हें साढे़ नौ साल तक मुख्यमंत्री बनाकर रखा है। उन्होंने अपनी सर्वोच्च क्षमता के अनुरूप कार्य कर पंजाब की जनता की सेवा की है।’’
I hope that Capt. Amarinder Singh ji won’t take any step that could cause damage to the Congress party. Capt. Sahib himself has said that the party made him CM and allowed him to continue as CM for nine and a half years. pic.twitter.com/rqJfzzxUp3
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) September 19, 2021
उनके मुताबिक, ‘‘आलाकमान को कई बार विधायकों एवं आमजन से मिले फीडबैक के आधार पर पार्टी हित में निर्णय करने पड़ते हैं। मेरा व्यक्तिगत तौर पर भी मानना है कि कांग्रेस अध्यक्ष कई नेताओं, जो मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में होते हैं, उनकी नाराजगी मोल लेकर ही मुख्यमंत्री का चयन करते हैं। परंतु वही मुख्यमंत्री को बदलते वक्त आलाकमान के फैसले को नाराज होकर गलत ठहराने लग जाते हैं।’’
उन्होंने कहा कि ऐसे क्षणों में अपनी अंतरात्मा को सुनना चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गहलोत ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि देश फासीवादी ताकतों के कारण किस दिशा में जा रहा है, यह हम सभी देशवासियों के लिए चिंता का विषय होना चाहिए। इसलिए ऐसे समय हम सभी कांग्रेसजनों की जिम्मेदारी देश हित में बढ़ जाती है। हमें अपने से ऊपर उठकर पार्टी व देश हित में सोचना होगा।’’ उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘कैप्टन साहब पार्टी के सम्मानित नेता हैं एवं मुझे उम्मीद है कि वह आगे भी पार्टी का हित आगे रखकर ही कार्य करते रहेंगे।’’
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गहलोत ने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब एक दिन पहले अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और कहा कि विधायकों की बार-बार बैठक बुलाए जाने से उन्होंने खुद को अपमानित महसूस किया, जिसके बाद यह कदम उठाया। अमरिंदर सिंह ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सिद्धू पर निशाना साधा और दावा किया कि उनके पाकिस्तान से रिश्ते हैं तथा उनको मुख्यमंत्री बनाने से पंजाब का बेड़ा गर्क हो जाएगा।