लुधियना-फरीदकोट : पंजाब में पावन ग्रंथ श्री ग्रंथ साहिब की हुई बेअदबी के उपरांत रोष प्रदर्शन कर रही सिख संगत पर पुलिस द्वारा बरसाई गई गोलियों के मामले में पंजाब सरकार द्वारा बनाई गई विशेष जांच टीम (सीट) द्वारा गिरफतार किए गए मोगा के तत्कालीन एसएसपी चरणजीत शर्मा को कोटकपूरा गोलीकांड में आज फरीदकोट स्थित इलाका मजिस्ट्रेट एकता उप्पल की अदालत में भारी सुरक्षाबंदोबस्त के तहत पेश किया गया जहां अदालत द्वारा चरणजीत शर्मा को 27 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
स्मरण रहे कि बहिबल कलां गोलीकांड के मामले में पूर्व एसएसपी चरणजीत शर्मा को सीट ने उनके होशियारपुर स्थित घर से उस वक्त गिरफतार किया था, जब वे विदेश भागने की चेष्टा में थे। उन्हें न्यायिक हिरासत के चलते पटियाला जेल में नजरबंद रखा गया है और विशेष जांच टीम द्वारा उनको अब कोटकपूरा गोलीकांड में भी नामजद किया गया है।
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सूत्रों के मुताबिक बहिबल कलां और कोटकपूरा गोलीकांड की घटनाओं में शामिल पुलिस अधिकारियों की परत दर परत खुलती जा रही है। सूत्रों के मुताबिक एसआइटी की पड़ताल में सामने आया है कि घटना के दिन शांतमयी ढंग से धरने पर बैठी सिख संगत पर पुलिस फायरिंग के बाद मामला भडक़ा था।
हालांकि बहिबल कलां के मामले में आरोपित पुलिस अधिकारी तर्क देते रहे है कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पार्टी पर हमला किया था। इसके बचाव में पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी। इधर आइजी एसआइटी कुंवर विजय प्रताप सिंह ने कहा कि इस मामले में वह कोई जल्दबाजी में टिप्पणी नहीं करना चाहते।
– सुनीलराय कामरेड