लुधियाना-फरीदकोट : 4 साल पहले पंजाब में शिरोमणि अकाली दल- बादल और भाजपा के शासन काल में घटित श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की बेअदबियों के उपरांत न्याय की दुहाई मांग रही सिख संगत पर कोटकपूरा और बहिबल गोलीकांड के दौरान हुए अत्याचारों के जख्मों को याद करते हुए आज एक बार फिर इकटठी हुई अलग-अलग सियासी पार्टियों और धार्मिक संस्थाओं द्वारा गोलीकांड की चौथी बरसी मनाई गई।
जबकि दरबार-ए-खालसा सिख जत्थेबंदी ने कोटकपूरा के बत्तियावाले चौक में आज सुबह 5 बजे धिक्कार दिवस मनाया। इस अवसर पर संगत के समूह को भाई हरजिंद्र माझी, सिंह साहिब ज्ञानी केवल सिंह, मनविंद्र सिंह गयासपुरा, जत्थेदार मक्खन सिंह नंगल और कोटकपूरा के विधायक कुलतार सिंह संधवा समेत कई आगुओं ने अपने संबोधन में इंसाफ ना मिलने के कारण समय की सरकारों की सख्त अलोचना की।
जबकि बहिबल कलां में अलग-अलग प्रवक्ताओं ने दुख जाहिर प्रकट करते हुए कहा कि 4 साल बीतने के बावजूद सूबा सरकार पीडि़त परिवारों को इंसाफ दिलाने में सफल नही हो सकी। बरगाड़ी मोर्चे के नेताओं ने आरोप लगाए कि कैप्टन सरकार दोषियों को बचाने में पूरा जोर लगा रही है।
स्मरण रहे कि 14 अक्तूबर 2015 को बहिबल कलां में पुलिस के तशदद के खिलाफ शांतमयी रोष प्रदर्शन कर रही सिख संगत के ऊपर पंजाब पुलिस ने गोलियां चलाकर बहिबल कलां के रहने वाले नौजवान गुरजीत सिंह और किशन भगवान सिंह का कत्ल कर दिया था। इस दौरान घटित कोटकपूरा गोलीकांड में भी 44 व्यक्ति जख्मी हुए थे।
कोटकपूरा गोलीकांड को पुलिस ने अपने ऊपर हमला दर्शाते हुए बड़े स्तर पर झूठे सरकारी दस्तावेज और गवाही तैयार करके आरंभिक पड़ताल को उलझाया था, ताकि पुलिस का सच सामने ना सकें। इसी क्रम में आज भी बहिबल कलां गोलीकांड की चौथी बरसी पर सिख संगत बंटी नजर आई। कोटकपूरा, बरगाड़ी, बहिबल कलां, गुरूद्धारा व गांव सरावां में अलग-अलग समागम हुआ। बरगाड़ी में सुखपाल सिंह खैैहरा ने प्रदेश सरकार के मुखिया कैप्टन अमरिंदर सिंह पर तंज कसते हुए कहा कि कैप्टन ने विधानसभा चुनाव के दौरान कहा था कि वह सरकार बनने पर दो सप्ताह के अंदर बेअदबी और गोलीकांड के दोषियों को पकड़ लेंगे, लेकिन अब तक ऐसा नहींं हो पाया।
जबकि सरबत खालसा के जत्थेदार भाई दादूवाला ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि गोलीकांड के दोषियों को सजा दिलाने के लिए 2018 में बरगाड़ी में सिख संगत द्वारा लगाया गया मोर्चा उठाना ठीक नहीं रहा। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदंर सिंह के राजनीतिक सलाहकार व फरीदकोट के विधायक कुशलदीप सिंह ढिल्लों ने कहा कि पूर्ववर्ती अकाली सरकार ने अज्ञात पुलिस वालों पर दोषियों के रूप में मुकदमा दर्ज किया था, जबकि पुलिस कभी अज्ञात नहीं होती।
उन्होंने कहा कि इस मामले में कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार ने गोलीकांड के दोषी पुलिस अधिकारियों पर नामजद मुकदमा करके उन्हें न्याय के कटखरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि अकाली सरकार ने उक्त घटना पर सियासत की, जबकि कांग्रेस सरकार ने हमेशा पीड़ित परिवार और सिख संगतों के दु:ख-सुख में साथ खड़ी रही।
– सुनीलराय कामरेड