लुधियाना-बटाला : लोक इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष और लुधियाना के आत्मनगर इलाके से विधायक सिमरजीत सिंह बैंस अपनी फितरत के अनुरूप लोग आवाज बनकर बटाला में उस वक्त पंजाब सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ बनकर उभरे जब बटाला के भाई सुक्खा सिंह मेहताब सिंह चौंक में अपने समर्थकों के बलबूते पर सख्त लहजों में कैप्टन सरकार को घेरते हुए सवाल दागे सिमरजीत सिंह बंैस और बलविंद्र सिंह बैंस विधायक ब्रदर्स ने गुरदासपुर के डीसी विपुल उज्जवल के खिलाफ बटाला फैक्ट्री के पीडि़तों को इंसाफ दिलाने के लिए यह संकेतिक धरना प्रदर्शन उस वकत किया जिस वक्त पंजाब के केबिनेट मंत्री तृप्त राजिंद्र सिंह बाजवा 24 मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रूपए के सरकारी चैकों का आर्थिक सहायता के नाम से राहत बांट रहे थे।
हालांकि सिमरजीत सिंह बैंस ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि बटाला पटाखा फैक्टरी में हुए 4 ब्लास्टों के दौरान मृतकों के परिजनों तथा घायलों को इंसाफ दिलाने के मकसद से वो यहां आए हैं और मृतकों के परिजनों को इंसाफ दिलाकर रहेंगे परन्तु जो मेरे ऊपर एफ.आई.आर डिप्टी कमीश्रर की आड़ में दर्ज हुई है वो डीसी के कहने पर नहीं हुई बल्कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह मुख्यमंत्री पंजाब के इशारे पर हुई है। श्री बैंस ने कहा कि मैं जन प्रतिनिधि हूँ, लोगों ने मुझे चुना है,्र मैं लोगों का नौकर हूँ, मुझे लोक हित के लिए लडऩा है और मैं लड़ रहां हूँ लड़ता रहूँगा, मु2यमंत्री चाहे मेरे ऊपर जितने मर्जी पर्चे दर्ज करवा लें मैं डरने वाला नहीं हूँ।
अपने संबोधन में पंजाब सरकार तथा पुलिस व सिविल प्रशासन को ललकारते हुए उन्होंने कहा कि अगर दम है तो उन्हें गिरफ्तार करके दिखाएं। वे गिरफ्तारी से नहींं डरते, बल्कि घर से मन बनाकर आए हैं कि आज वे अपने नानके परिवार यानी (जेल) में जा रहे हैं। दो घंटे पूरे पार्क में बैंस ने पीड़ित परिवारों के समर्थन में बोला।
इस अवसर पर सिमरजीत सिंह बैंस ने कहा कि बटाला पटाखा फैक्टरी में हुए ब्लास्टों के दौरान मरने वाले लोगों के परिजनों को सरकार 50-50 लाख रुपये मुआवजा तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दे इसके लिए हमारी पार्टी संघर्ष करेगी। उन्होंने कहा कि 4 ब्लास्टों की जांच हाईकोर्ट के जज से करवाई जाए नाकि मजिस्ट्रेट जांच के नाम पर खानापूर्ति की जाए। बैंस ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को आढ़े हाथों लेते हुए कहा कि बैंस ने हमेशा भ्रष्टाचार का विरोध किया है इसीलिए कैप्टन सरकार मेरे ऊपर पर्चे दर्ज करवा रही है, जिसका मेरे ऊपर कोई असर नहीं है।
उन्होंने कहा कि बादल और कैप्टन में समझौता हो गया है इसी समझौते के तहत लुधियाना के सिटी सैंटर घोटाले जिसमें कैप्टन अमरेन्द्र सिंह का परिवार शामिल है उसकी जांच बादलों ने जाते-जाते बंद करवा दी। श्री बैंस ने कहा कि नगर निगम अमृतसर में हुए घोटाले का भी पर्दाफाश हमीं लोगों ने किया था। हम हमेशा भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ रहे हैं और रहेंगे, सरकार कुछ भी कर ले इससे हमें कुछ फर्क नहीं पड़ता।
इससे पहले विधायक सिमरजीत सिंह बैंस शुक्रवार दोपहर लगभग एक बजे अपने समर्थकों सहित फव्वारा चौक पहुंचे। वहां पर डेढ़ सौ पुलिस कर्मियों का काफिला बैंस को गिरफ्तार करने के लिए बैठा था। उनके साथ एसपी (डी) सूबा सिंह रंधावा, डीएसपी सिटी बालकृष्ण सिंह सिंगला थे। लेकिन बैंस को वे गिरफ्तार नहीं कर पाए। इसी क्षेत्र के पास थाना सिटी है, जहां पर बैंस के खिलाफ डीसी के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में मामला दर्ज है। बता दें, मामले में गुरदासपुर अदालत बैंस की अग्रिम जमानत याचिका रद कर चुकी है।
इस अवसर पर बैंस के बड़े भाई विधायक बलविन्द्र सिंह बैंस ने भी कैप्टन अमरेन्द्र सिंह पर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को वो लोग अच्छे नहीं लगते जो भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ हों। यहां यह जिक्रयोग है कि सुबह से ही बटाला में भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई थी 1योंकि सिमरजीत सिंह बैंस ने बटाला में आकर रैली करने की घोषणा की थी,्र लोगों मे चर्चा यह भी थी कि शायद बटाला पुलिस विधायक बैंस को यहां गिरफतार कर लेगी मगर उन्होंने बटाला में आकर प्रशासन और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को जमकर रगड़े दिए, कैप्टन की नाकामियों पर जमकर बरसे तथा रैली करके बड़े आराम से बैंस ब्रदर्स लुधियाना चले गए।
विधायक बलविन्द्र सिंह बैंस ने कहा कि उन सभी अधिकारियों पर एफ.आई.आर दर्ज करके उन्हें सजा मिलनी चाहिए जिनकी छत्रछाया में पटाखा फैकटरी चल रही थी। इस अवसर पर विधायक बलविन्द्र सिंह बैंस ने यह भी कहा कि प्रशासन को पता था कि बैंस ब्रदर अपने साथियों सहित बटाला में आज रैली करने वाले हैं कि सरकार ने आज ही मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये के चैक दे दिए जबकि पीडि़त परिवारों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा दिया जाना चाहिए।
– सुनीलराय कामरेड