पंजाब की राजनीति का बड़ा नाम कैप्टन अमरिंदर सिंह कभी पंजाब के कप्तान हुआ करते थे, पर आज वह अपनी ही पुरानी पार्टी को बड़े-बड़े झटके दे रहे है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस को पहला बड़ा झटका दे दिया है। सीएम पद से इस्तीफे के बाद कांग्रेस छोड़ने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस का गठन किया है।
अपनी पार्टी को मजबूत करने में जुटे कैप्टन अमरिंदर
Former Congress MP Amrik Singh Aliwal, ex-legislators Harjinder Singh Thekedar, Prem Mittal, Farzana Alam and Rajwinder Kaur Bhagike and some other local leaders joined Capt Amarinder Singh’s Punjab Lok Congress today. #PunjabElections2022 pic.twitter.com/BB3K3spbBN
— ANI (@ANI) December 14, 2021
यही नहीं अब इस पार्टी को वह मजबूत करने में भी जुट गए हैं। इसी कड़ी में उन्होंने कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए पूर्व सांसद और पूर्व विधायकों को पार्टी की सदस्यता दिलाई है। कांग्रेस से सांसद रहे अमरीक सिंह अलीवाल और पूर्व विधायकों हरजिंदर सिंह ठेकेदार, प्रेम मित्तल, फरजाना आलम और राजविंदर कौर भागिके ने पंजाब लोक कांग्रेस का दामन थाम लिया।
चुनाव के बाद उनकी कोई भूमिका नहीं रह जाएगी
इसके अलावा कुछ और स्थानीय नेताओं ने पंजाब लोक कांग्रेस की सदस्यता ली है। इस बीच कांग्रेस पर कैप्टन अमरिंदर सिंह के हमले लगातार जारी हैं। सोमवार को उन्होंने सीएम चन्नी को नाइट वॉचमैन करार देते हुए कहा था कि चुनाव के बाद उनकी कोई भूमिका नहीं रह जाएगी।
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कांग्रेस की चुनाव प्रचार समिति की कमान नवजोत सिंह सिद्धू को दिए जाने की खबर पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि यह हैरानी की बात है कि सीएम को प्रदेश अध्यक्ष के निर्देशों पर काम करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि आत्मसम्मान रखने वाला कोई भी नेता ऐसी स्थिति स्वीकार नहीं करेगा।
कांग्रेस एक तरह से सिद्धू की ब्लैकमेलिंग का शिकार हो रही है- अमरिंदर
यही नहीं कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह सीएम चन्नी के लिए दुखी हैं क्योंकि उनमें बहुत क्षमताएं हैं, लेकिन पार्टी में उनके साथ सही बर्ताव नहीं किया जा रहा है। यही नहीं कांग्रेस लीडरशिप पर भी हमला बोलते हुए कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि वह एक तरह से सिद्धू की ब्लैकमेलिंग का शिकार हो रही है। उन्होंने कहा कि सिद्धू के चलते कांग्रेस एक मुख्यमंत्री का अपमान कर रही है, जो अच्छा काम कर रहा है।
गौरतलब है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब चुनाव में भाजपा के साथ मिलकर उतरने का फैसला लिया है। तो इसके पीछे राजनीतिक विशेषज्ञ कहते है कि उन्हें पता है कि पंजाब की जनता किसे चाहती है और ये चुनावी हवा किस ओर बह रही है।