पाकिस्तान सीमा से लगता पंजाब काफी संवेदनशील सूबा है। ऐसे में विधानसभा चुनाव के नतीजों में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के बागी नेता अमरिंदर सिंह को अपने राजनीतिक करियर के अंतिम पड़ाव में एक बड़ी शर्मिदगी का सामना करना पड़ा। गुरुवार को अपने गढ़ पटियाला (शहर) से उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। इस सीट पर उन्होंने 2002 से लगातार चार बार जीत हासिल की है।
इतने अंतर से हारे अमरिंदर
अमरिंदर सिंह अपने गढ़ पटियाला नगर सीट से 19,873 मतों के अंतर से चुनाव हार गए हैं। बृहस्पतिवार को घोषित किए गए विधानसभा चुनाव के परिणाम के अनुसार, आम आदमी पार्टी (आप) के अजित पाल सिंह कोहली ने उन्हें पटियाला नगर सीट से मात दी।
अमरिंदर ने स्वीकार की हार, भगवंत को दी बधाई
I accept the verdict of the people with all humility. Democracy has triumphed. Punjabis have shown true spirit of Punjabiyat by rising and voting above sectarian and caste lines.
Congratulations to @AAPPunjab and @BhagwantMann.
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) March 10, 2022
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पंजाब लोक कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह ने बृहस्पतिवार को अपनी हार स्वीकार कर ली और राज्य विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को जीत के लिए बधाई दी। पूर्व मुख्यमंत्री ने आम आदमी पार्टी (आप) और उसके मुख्यमंत्री पद के चेहरा भगवंत सिंह मान को चुनाव में शानदार जीत के लिए बधाई दी। उन्होंने एक बयान में कहा कि जीत और हार चुनाव का स्वाभाविक परिणाम है, अंत में यह पंजाब में लोकतंत्र की जीत है।
कांग्रेस पार्टी की सांप्रदायिक और विभाजनकारी राजनीति को खारिज कर दिया
पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने जाति, सांप्रदायिक और सांप्रदायिक विचारों से ऊपर उठने के लिए पंजाब के लोगों को बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोगों ने पंजाबियत की सच्ची भावना दिखाई है और देश को रास्ता दिखाया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों ने ‘‘कांग्रेस पार्टी की सांप्रदायिक और विभाजनकारी राजनीति को खारिज कर दिया।’’ आप की राज्य इकाई के प्रमुख और पार्टी के मुख्यमंत्री पद के चेहरा भगवंत मान को हार्दिक बधाई देते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि नयी सरकार का ध्यान पंजाब के भविष्य की रक्षा पर होना चाहिए।
गठबंधन के व्यापक रूप से सम्मानित नेता के रूप में देखा जाता है
उन्हें एक राष्ट्रवादी और भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन के व्यापक रूप से सम्मानित नेता के रूप में देखा जाता है। पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) भाजपा और अकाली दल के बागी शिअद (संयुक्त) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही थी। कांग्रेस शासित राज्य में, अरविंद केजरीवाल की आप भारी जीत की ओर बढ़ रही है, जिसमें कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल (आप) और भाजपा बहुत पीछे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़ दी थी और उन्होंने अपनी पार्टी बनाई थी।
अमरिंदर ने एक दिन पहले ही जताया था भरोसा
मतगणना से एक दिन पहले, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पूर्ण विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें पंजाब के लोगों द्वारा अपनी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी और शिरोमणि अकाली दल-संयुक्त सहित गठबंधन सहयोगियों के पक्ष में सकारात्मक फैसले की उम्मीद है। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने अपने बयान में कहा था, मतगणना लोकतंत्र के चुनावी उत्सव की समाप्ति का प्रतीक है और हमें बेहतरीन नतीजों का भरोसा है।
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चुनाव से पहले एक जनसभा में, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की विशेष प्रशंसा करते हुए कहा कि वह हमेशा राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर पक्षपातपूर्ण विचारों से ऊपर उठकर सोचते हैं। उन्होंने कहा कि 2019 में जब वह गृह मंत्री बने तो पंजाब सीमा पर सुरक्षा को लेकर काफी चिंतित थे। उन्होंने पटियाला कस्बे में अपनी रैली को याद करते हुए कहा, 'लेकिन एक बार जब मैंने कैप्टन अमरिंदर से बात की, तो मुझे सुकून मिला।'
आम आदमी पार्टी 91 सीटों पर बढ़त
अभी तक के आए रूझानों में राज्य की 117 सीटों में सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस मात्र 17 पर आगे चल रही है। जबकि आम आदमी पार्टी 91 सीटों पर बढ़त बनाए हुई है। वहीं, अकाली दल और अन्य 6 सीटों पर आगे चल रही है। अभी तक के आए रूझानों से यह साफ हो गया है कि पंजाब में कांग्रेस सत्ता से दूर जा रही है और आम आदमी पार्टी सरकार बनाने जा रही है।