लुधियाना : कभी पंजाब में डेरा वाद के खिलाफ अखबारोंं की सुर्खियां सजती रही है। आज वही डेरो के पैरोपकारों ने अपने दिल और दहलीज के दरवाजे पंजाबियों के लिए खोल दिए है। कोरोना के कारण खाली हुए पंजाब के विभिन्न अस्पतालों में बने खून बैंकों को रक्त से लबालब करने के लिए डेरा सच्चा सौदा – गुरमीत राम रहीम के चेलों ने आगे बढक़र कई यूनिट खूनदान किए है, ताकि अस्पताल में दाखिल रोगियों को किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना ना करना पड़े। हालांकि डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम साधवी यौन शोषण और एक हत्या के मामले में हरियाणा की सुनेरिया जेल में बंद है, जबकि दूसरी तरफ डेरा ब्यास राधा स्वामी के पैरोपकारों ने भी पंजाब के कोने -कोने में बने अपने डेरों की दहलीजें कोरोना पीडि़त लेागों के लिए खोल रखी है। सचारू व्यवस्था के चलते जहां इन डेरों में श्रद्धालु एक उचित दूरी बनाकर लंगर व्यवस्था का हिस्सा बनते हुए हजारों भूखे लोगों को भोजन खिला रहे है, वही कोरोना के पीडि़त लोगों के लिए एकांतवास में रहने की व्यवस्था भी की गई।
आज देश में थैलेसीमिया दिवस है उसी क्रम में आज शाह सतनाम जी ग्रीन ऐस वैलफेयर फोर्स विंग के सदस्यों ने लाकडाऊन और कफर्यू के कारण लुधियाना के विभिन्न अस्पतालों में खाली हुए ब्लड बैंकों को रक्त दान करके सुर्खियां बटोरी है। यहाँ तक कि एक अस्पताल ने तो रक्त रखने की सामर्थ्य कम होने के कारण 30 यूनिट से अधिक रक्त लेने से इनकार करते हुए डेरा श्रद्धालुओं के आगे हाथ जोड़ दिए। आज डेरा श्रद्धालुओं की तरफ से डीएमसी अस्पताल, गुरू नानक अस्पताल और चंडीगढ रोड़ पर स्थित अकाई अस्पताल को 241 यूनिट रक्तदान किया गया।
ट्रियू ब्लड पंप के नाम से जाने जाते डेरा श्रद्धालु आज सभी जिले के ब्लाकों से प्रात: 9 वजे से ही उक्त तीनों अस्पतालों में पहुँचने शुरू हो गए। रक्तदान करने आए इन डेरा श्रद्धालुओं में महिलाओं की संख्या अधिक थी। विभिन्न अस्पतालों में मौजूद स्टेट कमेटी मैंबर जसवीर सिंह, स्टेट कमेटी यूथ सन्दीप इंसां, पूर्ण चंद इंसां, हरीश चंद्र शंटा, एस. पी. बंगड और कुलदीप इंसां समेत रौकी इंसां ने बताया कि डीएमसी अस्पताल, गुरू नानक अस्पताल और अन्य कई अस्पतालों ने लिखित पत्र लिख कर डेरा श्रद्धालुओं को उन के अस्पतालों के ब्लड बैंकों में रक्त की कमी के बारे बताते हुए रक्तदान करने की अपील की थी। यह भी पता चला है कि अकायी हस्पताल ने 30 यूनिट खून की माँग की थी परंतु वहाँ 70 -80 के करीब डेरा श्रद्धालु रक्तदान करने पहुँच गए। वहाँ के बीटीओ डा. हितेश नारंग ने ब्लड बैंक में रक्त रखने की जगा न होने बारे बता कर धन्यवाद करते हाथ जोड़ कर और रक्त लेने से मना कर दिया। डेरा श्रद्धालुओं ने डीएमसी अस्पताल में 110 यूनिट, गुरू नानाक अस्पताल में 101 यूनिट और अकाई अस्पताल में 30 यूनिट रक्तदान किया। विभिन्न अस्पतालों को 29 अप्रैल से शुरू किये रक्तदान के अंतर्गत डेरा श्रद्धालु अब तक 418 यूनिट रक्तदान कर चुके हैं।
-सुनीलराय कामरेड