लुधियाना : शुक्रवार की रात फगवाड़ा के मुख्य चौराहे को संविधान चौक रखने के नाम पर दलित और हिंदू संगठनों में खूनी टकराव के उपरांत दलित समुदाय के 2 नौजवानों को गोलियां लगी थी और कई अन्य जख्मी भी हुए, उनमें से 19 वर्षीय जसवंत सिंह लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में उपचारदीन है। जसवंत के परिवार के साथ बहुजन समाज पार्टी के प्रांतीय प्रधान रछपाल सिंह राजू ने अस्पताल में आकर मुलाकात की और आइसीयू में जसवंत के इलाज संबंधित डॉक्टरों से जानकारी ली।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे जसवंत की माता रजनी ने बताया कि घटना की रात पुलिस की उपस्थिति में गोलियां और ईटे इस प्रकार चली थी, जैसे बरसात हो रही हो। उन्होंने दावा किया कि शिवसेना के आगुओं द्वारा गोलियां चलाई गई थी और 5 गोलियां उसने स्वयं आसमान की तरफ चलाते नंगी आंखों से देखा था। उसका यह भी दावा था कि एक शिवसैनिक की गोली का शिकार उसका बच्चा हुआ था, जो आइसीयू में उपचारदीन है। उन्होंने मांग की कि गोलियां चलाने वाले सभी व्यक्तियों को तुरंत गिरफतार किया जाएं।
रछपाल सिंह राजू ने कहा कि फगवाड़ा नगर निगम के प्रस्ताव में चौक का नाम संविधान चौक पहले ही रखा जा चुका है, जिसका नया फलैक्स लगाया गया था और फलैक्स को फाडऩे की कोशिश के दौरान हिंदू संगठनों और शिव सेनिकों ने हुलड़बाजी की ओर गोलियां चलाकर 3 नौजवानों को जख्मी किया। राजू के मुताबिक कुलविंद्र नाम का नौजवान पेट में गोली लगने के कारण जालंधर में दाखिल है और जसवंत के सिर में गोली अभी भी फंसी हुई है।
राजू ने सरकार से सवाल किया कि हिंदू संगठनों के आगुओं को लाइसेंसी हथियार और सुरक्षा क्यों मुहैया करवाई जा रही है। ऐसे हथियारों का उपयोग आम लोगों को मारने और सुरक्षा के नाम पर जनसाधारण पर रूतबे का रौब डालने के लिए किया जा रहा है। राजू ने मांग की कि इनसे सुरक्षा वापिस ली जाएं। उन्होंने कहा कि वह अंतिम सांस तक संघर्ष करने में गुरेज नहीं करेंगे।
– सुनीलराय कामरेड
देश की हर छोटी-बड़ी खबर जानने के लिए पढ़े पंजाब केसरी अख़बार।