लुधियाना-कपूरथला : अमरीका के पहले सिख दस्तारधारी पुलिस अधिकारी 43 वर्षीय डिप्टी संदीप सिंह धालीवाल की हियूस्टन शहर में किसी शख्स द्वारा डयूटी के दौरान कत्ल किए जाने की खबर सुनते ही कपूरथला के पेतृक गांव धालीवाल बेट में शोक सी लहर दौड़ गई। जबकि सिख पुलिस अफसर संदीप सिंह की हत्या पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने गहरा दुख प्रकट करते हुए उसके पारिवारिक सदस्यों और वारिसों के साथ संवेदनाएं प्रकट की। इसी संबंध में कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा, ‘अमेरिका के हियूस्टन (टेकसास) में पहले दस्तारधारी पुलिस अफसर संदीप सिंह धालीवाल का गोलियां मारकर कत्ल किए जाने की खबर से मन दुखी है। ’
केप्टन अमरेंद्र सिंह ने यह भी कहा कि ईमानदारी के साथ डयूटी निभाने की क्या यही सजा होती है? उन्होंने संदीप सिंह जी के परिवार के साथ हमदर्दी प्रकट करते कहा कि मैं परिवारिक सदस्यों के साथ खड़ा हूं और अरदास करता हूं कि रब्ब उनको भाना मानने का बल बख्शे। जबकि शिरोमणि गुरूद्धारा प्रबंधक कमेटी ने कड़े शब्दों में कत्ल की निंदा करते कहा कि देश-विदेश में बसने वाले सिख सदमे में है।
संदीप धालीवाल अमेरिका के पहले सिख डिप्टी शैरिफ थे वह पिछले 25 वर्षो से अमेरिका में कर्म भूमि मानकर रह रहा था और पिछले 10 सालों के दौरान अमेरिका पुलिस में काम कर रहा था। जानकारी के मुताबिक साढ़े 12 बजे के करीब अमेरिका के टेक्सास में पंजाबी मूल के इस सिख पुलिस अधिकारी की बेरहमी के साथ उस वक्त हत्या कर दी गई, जब वह ट्रेफिक अधिकारी के रूप में डयूटी पर तैनात था। दोषी शख्स ने पुलिस अधिकारी पर कई राउंड गोलियां चलाई, जिससे संदीप सिंह की मोके पर ही मौत हो गई।
वारदात को अंजाम देने के बाद कातिल एक शॉपिग मॉल की तरफ जाते देखा गया। संदीप सिंह की धालीवाल के नजदीकी रिश्तेदार ..के मुताबिक जब धालीवाल ने डयूटी के दौरान चौक में से रेड सिंगनल क्रास करने वाले कार सवार एक शख्स को रोका, तो उसने तिलमिलाकर अपनी महिला दोस्त के सामने ही संदीप सिंह पर कार से बाहर आकर गोलियां दाग दी, घटना के बाद वह मोके से भागकर निकल भागा।
खून से लथपथ संदीप सिंह को अन्य पुलिस अधिकारियों की सहायता से एक हेलीकेप्टर के जरिए नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां कुछ घंटों तक जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ते हुए उसकी मौत हो गई। धालीवाल को जानने वाले अकसर कहते थे कि वह एक बढिय़ा संजीदा इंसान और ईमानदारी से डयूटी निभाने वाला पुलिस अधिकारी था।
हियूस्टन में संदीप सिंह धालीवाल पहला दस्तारधारी पुलिस अधिकारी था, जिसने सिखों की दस्तार में पहचान की खातिर 6 साल तक हर पड़ाव की चुनौतियों से जूझते हुए पुलिस अधिकारी की डयूटी ज्वाइन की थी। एक अन्य रिश्तेदार के मुताबिक पुलिस ने संदीप को गोलियां मारने वाले शख्स को एक मार्कीट में घेरकर गिरफतार कर लिया है और यह कातिल पुलिस को पहले से ही वांटित था।
हियूस्टन के सीनियर पुलिस अधिकारी ईड गोंजालेंज ने विदेशी मीडिया से भी बातचीत करते हुए कहा कि संदीप धालीवाल ने दोषी शख्स को ट्रेफिक सिगनल तोड़े जाने के अपराध में उसका लाइसेंस और कागज लेकर बाहर आने को कहा था।
सदीप सिंह के रिश्तेदार संपूर्ण सिंह के मुताबिक संदीप एक बेहतरीन शख्सियत वाला इंसान था। उन्होंने अपने यादों के झरोखों को खोलते हुए याद करते बताया कि उन्हें आज भी याद है, जब संदीप पुलिस अधिकारी की यूनीफार्म डालकर गुरूद्वारा साहिब में अरदास के लिए आया था, उस वक्त प्रबंधकों ने गुरू घर की बख्शीश सिरौपा देकर उसका वेलकम किया था। तो उसने वचन दिया था कि वह दस्तार डालकर अपनी डयूटी तनदेही और ईमानदारी के साथ निभाएंगा।
संदीप पिछले 5 सालों के दौरान दस्तार में सजकर इलाके के समस्त वर्गो के लोगों का दिल जीत रहा था। उनके मुताबिक संदीप अकसर कहा करता था कि विदेशी धरती पर सिख कौम को देखने वाला कभी डबल माइंडिड ना हो। वह कहता था कि कुछ भी नथिंग नहीं हो सकता, एवरी थिंग इज पॉजीटिव। उसका यह मानना था कि अगर वह कसरत और डंड बैठके लगाकर शरीर को फिट नहीं रखेंगा तो पुलिस से मुकाबला करने वाले बदमाश लोग उन्हें दबोच लेते है। इसलिए बौधिक और मानसिक मजबूती के साथ शरीर की मजबूती होना वजूद को बचाए रखता है।
उप-प्रशासनिक अधिकारी धालीवाल एक ऐसे व्यक्ति थे, जिन पर सभी अपनी जान छिडक़ते थे। वे टैक्सास के एकमात्र अधिकारी थे, जो अपनी पगड़ी और दाढ़ी के साथ ड्यूटी करते थे। इसका मकसद संस्कृति की रक्षा करना भी था। सिंह बीते 10 साल से विभाग में काम कर रहे थे।
– सुनीलराय कामरेड