लुधियाना-श्री मुक्तसर साहिब : सिखों की पावन- पवित्र धरती श्री मुक्तसर साहिब के गांव भूंदड़ में डेरा प्रेमिका महिला द्वारा देवर के साथ संयुक्त रूप से श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी की घटना को अंजाम दिए जाने के पश्चात इलाका निवासियों द्वारा आज गुरूद्वारा साहिब की प्रबंधक कमेटी ने पश्चाताप समागम करवाया, जिसमें सरबत खालसा के कार्यकारी जत्थेदार सिंह साहिबान ध्यान सिंह मंड, तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार भाई बलजीत सिंह दादूवाल और तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार भाई अमरीक सिंह अजनाला के अलावा सिख कौम के सतकार योग पंज प्यारे साहिबान और सरबत खालसा से जुड़े हुए सिख संगठनों के प्रतिनिधियों और बड़ी संख्या में संगत ने शमूलियत की। इस दौरान सभी उपस्थित लोगों ने पश्चातापा अरदास में जहां इस घटना को अति निंदनीय और दुर्भागयपूर्ण कहा वहीं इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की।
भारी समूह को संबेाधित करते हुए सिंह साहिबान ने कहा कि पिछले 3 सालों से घटित हो रही बेअदबी की घटनाओं के लिए शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल, प्रधान सुखबीर सिंह बादल और सच्चा सौदा की दोस्ती को जिम्मेदार बताया। उन्होंने विधानसभा चुनावों के दौरान बेअदबी के दोषियों को 40 दिन में बेनकाब करने के दावे करने वाले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की कारगुजारी को भी फेल करार दिया और इन घटनाओं को अंजाम देने वाली साजिशों के चेहरे बेनकाब करने के लिए सरकार पर दबाव बनाने के लिए बरगाड़ी में 3 साल पहले घटित घटना के एक जून को करवाएं जा रहे समागम में संगत को पहुंचने का आहवान किया।
उपरोक्त प्रवक्ताओं ने पंथक आगुओं की मौजदूगी में कैप्टन अमरेंद्र सिंह को चेतावनी दी कि बेअदबी की घटनाओं पर जस्टिस रंजीत सिंह कमीशन की आई रिपोर्ट को एक जून से पहले सार्वजनिक करके बरगाड़ी कांड समेत बेअदबी की घटनाओं के षडयंत्रकारी चेहरों को बेनकाब करें। अन्यथा एक जून को तीखे संघर्ष का ऐलान किया जाएंगा और पंजाब में खराब होने वाले माहौल के लिए कैप्टन सरकार स्वयं जिम्मेदार होंगी। इस दौरान जत्थेदार ध्यान सिंह मंड और बलजीत सिंह दादूवाल ने साफ कहा कि उक्त घटनाओं का पूरा सच बाहर लाने के लिए जेल में बंद गुरमीत राम रहीम को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएं।
उन्होंने कहा कि यह घटनाएं सोची-समझी साजिश के तहत कौम पर हमला है और समूह संगत को उक्त साजिशकर्ताओं के चेहरे सामने आएं। भाई दादूवाल ने इन घटनाओं पर चुप बैठे सिख संस्थाओं, संप्रदायों के प्रमुखों और सिख प्रचारकों को सलाह दी कि वे गुरूघर के नाम पर रोटी तो खा रहे है पर गुरू के अपमान के वक्त चुप क्यों बैठे है? उनको चाहिए कि वे गुरू के हो रहे अपमान को रोकने के लिए और गुरू साहिब के सत्कार को बहाल करने के लिए एयर कंडीशन कमरों से बाहर निकले। अन्यथा गुरू के नाम पर चलाए जा रहे डेरों और रोजगार को बंद कर दें। उन्होंने आरोप लगाया कि बरगाड़ी कांड, मौड़ बम बलास्ट और अब तक घटित बेअदबी की घटनाओं का सच पुलिस द्वारा सामने लाया गया था परंतु पहले बादल दल ने और अब कैप्टन सरकार ने आपसी गुप्त समझौते के तहत सभी जांचों को रोक दिया, जिससे साबित होता है कि पंजाब में बादल और कैप्टन सरकार की समझौता सरकार चल रही है। उन्होंने कैप्टन अमरेंद्र सिंह को सलाह दी कि वह गुटका साहिब के नाम पर खाई गई शपथ को पूरा करें।
इस अवसर पर यूनाइटेड अकाली दल के प्रधान भाई मोकम सिंह, महासचिव गुरूदीप सिंह बठिण्डा, श्री गुरू ग्रंथ साहिब सत्कार सभा के सेवादार सुखविंद्र सिंह सिरसा, दल खालसा के वरिष्ठ आगु बाबा हरदीप सिंह माहिराज, सुरजीत सिंह नंदगढ़, एकनूर खालसा के सुखपाल सिंह, परमिंद्र सिंह बलियावाला व अन्य सिख पंथक नेता मौजूद थे। पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए हुए थे।
– सुनीलराय कामरेड
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