लुधियाना : आज भारी सूर्य ग्रहण के कारण सुबह से ही लोग सावधानी कर रहे थे और अधिकांश लोग घरों के अंदर ही रह रहे थे। कोरोना और लॉकडाउन के चलते ग्रहण के वक्त ना तो गली-मुहल्लों और भीड़ भरे इलाकों में ग्रहण के नाम पर दान मांगने वाले निकले और ना ही मंदिरों के दरवाजे खुले। सूर्य की सीधी आती किरणों को ग्रहण के कारण आंखों की रोशनी के लिए डॉक्टरों ने पहले से ही बहुत खतरनाक बता रखा है जबकि कई लोगों ने एक्सरे की काली स्क्रीन फिल्म से सूर्य ग्रहण के दर्शन किए और यह सूरज ग्रहण आज सुबह 10 बजे से लेकर 19 मिनट तक सूरज-चंद्रमा और धरती एक दूसरे के सामने हुई और बाद दोपहर 3.05 बजे समाप्त हुआ। इस अजीब दृश्य को हालांकि कई लोग देखने में वंचित रहे जबकि इस दौरान पंजाब के अलग-अलग इलाकों में चांद भी नजदीक से दिखाई देने के कारण दिलकश दृश्य बना रहा।
लुधियाना के कई इलाकों में लोगों ने वेल्डिंग के उपयोग में आने वाला शीशा वेल्डर गलॉस का उपयोग किया। विशेषज्ञों के मुताबिक ग्रहण के वक्त सूरज ग्रहण एक सुंदर अंगूठी के रूप में नजर आता है, क्योंकि इस दौरान चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह ढक नहीं पाता।
– सुनीलराय कामरेड