लुधियाना, जंडियाला गुरू : बीते दिन जंडियाला गुरू के बाहरी इलाके पंडाला रोड़ पर गांव जानिया में सुए के नजदीक नशा तस्करों और एस टी एफ (स्पैशल टास्क फार्से) के मध्य हुए मुकाबले के दौरान नशा तस्करों द्वारा चलाई गई गोलियों से 30 वर्षीय हवालदार गुरदीप सिंह की मौत हो गई थी। उसी के संबंध में आज पुलिस ने दोनों मुख्य आरोपियों को गिरफतार करने का दावा किया है। दबोचे गए तस्करों की पहचान परविंद्र और हरप्रीत के तौर पर हुई है। जबकि गुरदीप सिंह सुलतानपुर लोधी के गांव हुसैनबाग का रहने वाला बताया जा रहा है।
जबकि देर शाम एस टी एफ के जवान गुरदीप सिंह का अंतिम संस्कार मॉडल टाउन स्थित जालंधर के शमशान घाट में किया गया। इस अवसर पर वारिसों के अलावा शहीद के प्रति सहानुभूति रखने वाले सियासी , प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस के जवानों समेत अफसर भी मोजूद थे। स्पैशल टॉस्क के प्रमुख अतिरिक्त पुलिस महा निरीक्षक हरप्रीत सिंह सिद्धू और पुलिस महा निरीक्षक आर के जैसवाल ने शहीद को माला अर्पित की तो विधायक प्रगट सिंह और जिला कमीश्रर वरिंद्र कुमार ने भी श्रद्धांजलि दी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक स्पैशल टास्क फार्से जालंधर की ओर से जंडियाला के पास नशा तस्करों को दबोचने के लिए ट्रेप लगाया गया था। जालंधर रेंज के डीएसपी अजय सिहं को सूचना मिली थी कि जंडियाला के पास हेरोइन तस्कर मोजूद है और एस टी एफ टीम के सदस्य तस्करों का पीछा कर रहे थे, तभी अचानक तस्करों ने खतरे की घंटी भांपते हुए फायरिंग शुरू कर दी और इस फायरिंग में हैड कांस्टेबल गुरदीप सिंह को गोलियां लगी और उसकी मोके पर ही मौत हो गई। अमृतसर देहात पुलिस के एसपी और डीएसपी रेंक के अधिकारी अन्य पुलिस जवानों के साथ आसपास के दर्जनों गांवों की घेराबंदी करके रातभर तस्करों को पकडऩे के लिए अभियान चलाए हुए थे।
उधर नशे के खिलाफ जंग में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले हैड कांस्टेबल गुरदीप सिंह का पोस्टमार्टम रात को ही अस्पताल में कर दिया गया। अपने परिवार के सदस्यों को खोने का गम जहां पुलिस अधिकारियों और पुलिस मुलाजिमों को था, वही कांस्टेबल की मौत की सूचना मिलते ही उसके परिजनों पर भी दुखों की आफत टूट पड़ी। मृतक की पत्नी नवनीत कौर अपने 2 बच्चों और परिजनों के साथ फूट फूट कर रो रही थी।
मां का रूदन और खोने वाले बेटे को जोर-जोर से चीखकर पुकारना उपस्थित लोगों समेत पुलिस कर्मियों के बीच आंसू बह रहे थे। जांच के दौरान यह भी पता चला है कि ग्राहक बनकर हैड कांस्टेबल गुरदीप सिंह तस्करों के साथ मोटर साइकिल पी.बी 02डीआर 8187 पर जा रहा था तो शक होने पर तस्करों ने हाथापाई के दौरान उसकी पिस्तौल छीनकर गोलियां मारी। हत्या के उपरंात मोटर साइकिल को वही फेंककर चलते बने और जाते समय सरकारी पिस्तोल भी साथ ले भागे।
– सुनीलराय कामरेड