लुधियाना-अमृतसर : सिखों की प्राचीन धार्मिक संस्था चीफ खालसा दीवान की बैठक में आज जबरदस्त हंगामा हो गया। सदस्यों द्वारा गुरू साहिब जी की हुजूरी में सदस्यों द्वारा काफी देर तक तू-तू मैं-मैं के दौरान बहसबाजी होती रही। स्थिति को बिगड़ते देखकर भारी पुलिस बल को भी तैनात किया गया।
जानकारी के मुताबिक चेरिटेबल सोसायटी के चुनाव को लेकर जाली एवं गैर-अमृतधारी सिखों के वोट बनने का मामला गर्मया हुआ है। भाग सिंह अणखी और चरणजीत सिंह चड्डा गुप्रों द्वारा एक दूसरे के खिलाफ जाली वोटें बनाए जाने के लगाए जा रहे आरोपों के चलते मामला उलझता जा रहा है। चुनाव स्थगित होने की अटकलों को इस घटनाक्रम से भी बल मिल रहा है कि सीकेडी की कार्यकारिणी की आपात बैठक इसी कारण बुलाई गई थी। चुनाव अधिकारियों का भी मानना है कि केवल अमृतधारी ही संविधान के अनुसार वोट डाल सकते है।
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फिलहाल इसके लिए दोनों गुटों के उम्मीदवारों की सूची जारी पहले ही कर दी गई है। पतित सिखों की वोट का मामला गहराता जा रहा है, इसके अलावा भाग सिंह अणखी , हरभजन सिंह सोच व अवतार सिंह ने दूसरे ग्रुप पर जालसाजी से वोटें बनाने के आरोप लगाए हैं। आगामी होने वाली बैठक में पतित वोटरों को वोट के अधिकार से वंचित रखने को लेकर कोई फैसला हो सकता है अथवा चुनाव स्थगित करने को लेकर भी कोई प्रस्ताव रखा जा सकता है। अगर वोटर सूची को लेकर सहमति ना बनी तो 2 दिसंबर के चुनाव स्थगित भी हो सकते हैं।
इस बीच, रिटर्निंग अधिकारी बलजिंदर सिंह ने कहा कि उन्होंने संशोधन के लिए 3 नवंबर को वोटर सूची दीवान को वापिस भेज दी थी, कहा गया था कि वोटर सूची में संशोधन कर इसे वापस दे दिया जाए लेकिन अभी तक उन्हें वोटर सूची नहीं मिली है। बलजिंदर सिंह ने भी साफ किया कि संविधान के अनुसार केवल अमृतधारी ही वोट डालने का हकदार होगा।
सीकेडी की सचिव नरिंदर सिंह खुराना ने मीटिंग की पुष्टि करते हुए कहा कि वोटर सूची व एतराज वाली वोटों संबंधी मीटिंग बुलाई गई थी। सदस्यों की सर्वसहमति के बाद ही कोई अगला फैसला लिया जाएगा। गौरतलब है कि दीवान के सदस्य व रिटर्निंग अधिकारी डा. जसपाल सिंह ढिल्लों के भी अमृत धारी होने को लेकर आशंका जाहिर की जा रही है। जबकि ढिल्लों का कहना है कि यह अफवाह है, उन्होंने अमृत छका हुआ है, वह केवल गुरु साहिबान को ही जवाबदेह है, किसी धड़े या सदस्य को नहीं।
– सुनीलराय कामरेड