पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामले में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के परिवार को उनकी कथित संलिप्तता को लेकर क्लीन चिट नहीं दी है। उन्होंने एक बयान में कहा, 'मैंने कभी नहीं कहा कि प्रकाश सिंह बादल या उनके बेटे सुखबीर बेअदबी में शामिल नहीं थे। मैंने बस ये कहा है कि बादल ने खुद जाकर पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब को नहीं फाड़ा था, लेकिन यह मामले में उनकी संलिप्तता को नहीं नकारता।'
मुख्यमंत्री ने एक मीडिया रिपोर्ट पर यह प्रतिक्रिया दी। मुख्यमंत्री ने कहा, 'वे (बादल) उतने ही जिम्मेदार थे, जितने वे लोग जो वास्तव में बेअदबी में शामिल थे, जिसके बाद राज्य और इसके लोगों को गंभीर घटनाओं का सामना करना पड़ा।' उन्होंने कहा कि बादल परिवार न केवल अपनी निगरानी में बड़े पैमाने पर हुई बेअदबी के मामलों को रोकने में नाकाम रहा बल्कि दोषियों को भी बिना किसी सजा के छोड़ दिया गया।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय सत्ता में होने के कारण बादल परिवार इसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदार थे। सिंह ने कहा कि बादल परिवार इससे पल्ला नहीं झाड़ सकता। मुख्यमंत्री ने सवालिया लहजे में कहा, 'मुख्यमंत्री के रूप में, क्या मैं आज राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति के लिए जिम्मेदार नहीं हूं? अगर अपराध बढ़ते हैं तो क्या लोग और मीडिया मुझे दोष नहीं देंगे?'