लुधियाना- अमृतसर : तख्त श्री पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह के लिए मुश्किले दिन प्रतिनिधि बढती जा रही है। ज्ञानी इकबाल सिंह के खिलाफ तख्त साहिब के ही एक सदस्य कमिक्कर सिंह मुकंदपुर ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को एक शिकायत सौंपी है। मांग की है कि ज्ञानी इकबाल सिंह को तख्त पटना साहिब के जत्थेदार के पद से हटाया जाए।
शिकायतों के आधार के आधार पर ज्ञानी इकबाल सिंह के खिलाफ जो भी धर्मिक सजा बनती है उसे वह सजा लगाई जाए। साथ ही कहा कि अगर ज्ञानी इकबाल सिंह पांच सिंह साहिबान की बैठक में हिस्सा लेते है तो वह इस का विरोध करेंगे। क्योंकि ज्ञानी इकबाल सिंह जिन गतिविधियों को अजाम दे रहे है उस के अनुसार वह पांच सिंह साहिबान की बैठकों में भी बैठक कर किसी तरह के धार्मिक फैसले लेने के अब अधिकारी नहीं रह जाते है।
ज्ञानी इंकबाल सिंह सोमवार को पांच सिंह साहिबान की बैठक में हिस्सा लेने के लिए परंतु वह श्री हरिमंदिर साहिब व श्री अकाल तख्त साहिब पर ही माथा टेक कर चले गए और सिंह साहिबान की सोमवार को हुई बैठक में उनकी ओर से हिस्सा नहीं लिया गया। इस दौरान ज्ञानी इकबाल सिंह ने किसी मीडिया कर्मी के साथ भी कोई बात नहीं की। पटना साहिब बोर्ड के सदस्य कमिक्कर ने अपनी शिकायत व आरोपों के संबंध में ज्ञानी इकबाल सिंह की कुछ तस्वीरें और वीडियों भी सूबत के तौर पर श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को सौंपी। शिकायत सौंपने के बाद कमिक्कर ने बताया कि पिछले काफी समय से ज्ञानी इकबाल सिंह तख्त साहिब पर अपनी मनमर्जी कर रहे है। वह हर काम गुरु मर्यादा के खिलाफ कर रहे है। यहां तक कि वह बिहार सरकार के एजेंट के रूप में काम कर रहे है ना कि तख्त साहिब के सिख कौम के जत्थेदार के रूप में काम कर रहे है।
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ज्ञानी इकबाल सिंह प्रबंधकीय बोर्ड के आदेशों को भी नहीं मान रहे वहीं संगत के पैसे का उपयोग भी गलत ढंग से और मनमर्जी से कर रहे है। कमिक्कर सिंह आरोप लगाए कि ज्ञानी इकबाल सिंह ने अपने कार्यकाल के दौरा राजनेताओं की हजूरी करके तख्त की मर्यादा को तार तार किया है। 13 जनवरी2019 को जब गुरु गोबिंद सिंह जी का प्रकाश पर्व मनाया जा रहा था तो उस वक्त कार्यक्रम में जत्थेदार ने मुख्यमंत्री नीतिश कुमार की तुलना महाराजा रंजीत सिंह के साथ की थी। गुरु ग्रंथ साहिब और दशम ग्रंथ के मामले को लेकर पंथक मर्यादा के खिलाफ ज्ञानी इकबाल सिंह संगत में विवाद को गहरा कर रहे है।
संगत को एक दूसरे का विरोधी बना रहे है। किसी वक्त भी ज्ञानी इकबाल सिंह के भाषणों से दशम ग्रंथ के मुद्दे को लेकर संगत में झगडा हो सकता है।ज्ञानी इकबाल सिंह कई तरह के फौजदारी मामलों में उलझे हुए है। इस लिए वह तख्त साहिब की सेवा नही निभा सकते। उन्होंने दो पत्नियां गैर कानूनी ढंग से रखी हुई है। एक की मारपीट भी गुरु हुकमों के खिलाफ करते है। उनकी एक पत्नी ने उनके खिलाफ पटना के थाना में भी उनकी एक पत्नी ने एफआईआर 18 जून 2014 को दर्ज करवाई थी।
जत्थेदार के उपर एक लडक़े ने भी 5 जुलाई 1993 में उसके साथ कथित दुष्कर्म करने का लिखित आरोप तत्कालीन अध्यक्ष के पास लगाया था। जत्थेदार तख्त साहिब पर हाई नगर सेवा का उपयोग अपने लिए कर रहे है। यहां तक कि बडी राशि को अपने निजी अकाउंट में जमा करवा रहे है। इकबाल सिंह आम संगत के साथ भी एक जत्थेदार के रूप में पेश नहीं आते बल्कि एक अधिकारी के तरह व्यवहार करते है। कमिक्कर सिंह ने कहाकि उसे आशा है कि श्री अकाल तख्त साहिब से ज्ञानी इकबाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई अवश्य होगी।
– सुनीलराय कामरेड