लुधियाना-फाजिलका : सिख नस्लकुशी के दोषी कमलनाथ को मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री लगाकर कांग्रेस पार्टी ने पीडि़त परिवारों के जख्मों पर नमक छिडक़ा है। सिखों की सर्वोच्च संस्था शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने सीमावर्ती जिले फाजिलका के गांव फतेहगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बड़े दुख की बात है कि दिल्ली में हजारों की संख्या में सिखों की नस्लकुशी हुई, जिसमें पीडि़त परिवारों के लोगों को जिंदा जला दिया गया। जिसके इंसाफ के लिए आज भी पीडि़त परिवारों के वारिस स्थान-स्थान पर भटक रहे है और इस नस्लकुशी में कांग्रेस नेता सजन कुमार, जगदीश टाइटलर और कमलनाथ का नाम दोषियों में सबसे आगे है।
इसके साथ ही लोंगोवाल ने यह भी कहा कि सिख कौम को इस बात का बड़ा दुख भी है कि कांग्रेस पार्टी एक दोषी व्यक्ति को मुख्यमंत्री जैसा बड़ा जिम्मेदार औहदा देने जा रही है, जोकि दंगों का दोषी है। उन्होंने कहा कि सिख जगत के साथ कांग्रेस को इंसाफ करना चाहिए। इस अवसर पर लोंगोवाल ने दिल्ली गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के नेता जीके के मामले में कानून के फैसले का जिक्र भी किया। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के करतारपुर क ॉरीडोर के मामले में दिए गए बयान को अडिगा बताते हुए कहा कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह को इस मामले में सहयोग देना चाहिए।
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उधर दमदमी टकसाल के प्रमुख निहंग बाबा जत्थेदार हरनाम ङ्क्षसह धुम्मा ने भी 1984 के सिख हत्याकांड के दोषी कमलनाथ को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने के राहुल गांधी के फैसले पर ऐतराज जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि कहा कि राहुल ने यह फैसला करके सिखों के जख्मों पर नमक छिडकने का काम किया है। इससे सिखों में रोष है। मामले को लेकर पंजाब के कांग्रेसी नेता इसके प्रति अपनी स्थिति स्पष्ट करें ।
टकसाल के मुखी ने कहा कि कमलनाथ का सिख कत्लेआम में नाम आता है। जिसके सबूत भी मौजूद है। ऐसा स्थिति में कांग्रेस प्रधान की तरफ से कमलनाथ को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाना सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंचाना के बराबर है। राहुल गांधी के उक्त फैसले ने साबित कर दिया है कि सिखों का कत्लेआम करने वाले कांग्रेसियों की हमेशा ही कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार रक्षा करता है। धुम्मा ने कहा कि 1984 के सिख हत्याकांड में कमलनाथ आज तक किसी भी अदालत से दोष मुक्त नहीं हुए है।
कमलनाथ के मामले को लेकर दुनिया भर में रहने वाले सिखों और इन्साफ पसंद लोगों में भारी रोष पाया जा रहा है। इसलिए कांग्रेस अपने फैसले पर दोबारा विचार करते हुए कमलनाथ को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने का फैसला तुरंत बदले। कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस पार्टी उसे इन दोषों से मुक्त करने की कोशिश में लगी हुई है।
– सुनीलराय कामरेड