पंजाब के बठिंडा की केंद्रीय जेल में नशे के एक मामले में बंद एक युवक के बीमार पड़ने पर इलाज न कराये जाने के कारण मौत हो गई जिसके विरोध में आज उसके परिजनों ने बठिंडा-मानसा हाईवे जाम कर दिया।
जंडीआ बहादरगढ़ के निवासी 20 वर्षीय युवक बिंदर के पिता जसपाल सिंह ने बताया कि बिंदर को पिछले एक साल से नशा बरामदगी के केस के सिलसिले में बठिंडा जेल में कैद था। वह करीब 10 दिन से गंभीर रूप से बीमार चल रहा था परन्तु जेल प्रशासन की तरफ से न तो उसका किसी प्रकार से इलाज करवाया गया और न ही परिजनों को उसके बीमार होने की कोई सूचना दी गई।
श्री सिंह ने बताया कि परिवार के सदस्य जब दो दिन पहले उससे मुलाकात के सिलसिले में जेल में गये तो उन्होंने देखा कि अन्य हवालाती उसे सहारा देकर मुलाकाती कक्ष तक ला रहे थे। उसकी यह हालत देख परिजन चिंता में आ गए और उनकी मांग पर बिन्द, को इलाज के लिए शहर के सिविल अस्पताल में भेजा गया।
उसकी हालत का निरीक्षण कर डाक्टरों ने पहले उसे फरीदकोट के सरकारी अस्पताल ले जाने की सलाह दी लेकिन मरीज की हालत गंभीर होने के कारण उसे किसी निकट के अस्पताल में ले जाने के लिए कहा गया, जिस पर घरवाले उसे बठिंडा के एक निजी अस्पताल में लए गए जहां उसने ने आधी रात को दम तोड़ दिया।
आज बिंदर के परिजनों, रिश्तेदारों और गांव के लोगों ने मानसा-बठिंडा हाइवे पर पुल पर धरना लगा दिया।
परिजनों ने कहा कि जब तक जेल प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं हो जाता उनका यह धरना इसी प्रकार से जारी रहेगा। धरने के कारण आवागमन बुरी तरह से प्रभावित था तथा मौके पर मौजूद पुलिस को यातायात को डायवर्ट करना पड़।