लुधियाना-अमृतसर : देश में लॉकडाउन के चलते धार्मिक स्थलों को बंद रखने के हुकमों के मुताबिक जहां देशभर के धार्मिक स्थानों को बंद रखा गया है ताकि सोशल डिस्टेंस रखते हुए कोरोना महामारी से दूरी बनाई जा सके लेकिन सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब पंजाब में कफर्यू खोलने के सरकारी फरमान के बाद संगत की आमद में दिन-प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है। आज रविवार होने पर संगत पंजाब के अलग-अलग जिलों विशेषकर सीमावर्ती इलाकों से हजारों की संख्या में गुरू घर नतमस्तक होने पहुंची, जिसके चलते पंजाब पुलिस द्वारा किए गए तमाम इंतजाम धरे के धरे रह गए। पुलिस मुलाजिम संगत की धार्मिक भावनाओं के आगे मजबूर नजर आएं। इस दौरान संगत ने कोरोना संकट से मुक्ति और सरबत के भले के लिए अरदास की। इस अवसर पर श्री हरिमंदिर साहिब में श्री गुरूरामदास सराह के गेट पर जहां संगत का भारी हुजूम देखने को मिला वही मोके पर तैनात पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आज सुबह से ही संगत भारी संख्या में गुरूघर नतमस्तक होने के लिए पहुच रही है, जिनकी आमद और धार्मिक भावनाओं के चलते अधिक सख्ती नहीं दिखाई जा सकती और ना ही संगत को कठोरता से वे रोक पा रहे है।
एक श्रद्धालु के मुताबिक 64 दिनों के बाद पंजाब की सुनसान काली पथरीली सडक़ों पर पुन: रौनकें लौटी। आज श्री हरिमंदिर साहिब को जाते सभी रास्तों पर पुलिस ने पिछले दिनों की तरह की नाकें लगाए हुए है। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए श्री हरिमंदिर साहिब के दर्शनों के लिए पुलिसकर्मी बारी-बारी श्रद्धालुओं को दर्शन करने की इजाजत दे रहे थे। श्री हरिमंदिर साहिब के एक प्रबंधक के मुताबिक आज सुबह से शाम तक करीब 35 हजार से अधिक संगत इस पावन स्थान के दर्शन करने पहुंची और दर्शन स्नान करके परिवार की सुख शांति और कोरोना वायरस से निजात के लिए और सरबत के भले के लिए अरदास की। इस दौरान श्रद्धालुओं को सेवादारों द्वारा सामाजिक दूरी बनाकर कतारों में खड़े होने और दर्शन करने जाने से पहले हाथ अच्छी तरह से सैनीटाइजर करके माथा टेकने की इजाजत दी गई।
– सुनीलराय कामरेड