भवानीगढ़ (संगरूर) के सरकारी सिविल अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में एक महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। अस्पताल के डॉक्टरों सहित समस्त स्टाफ सुबह 8 से 10 बजे तक हड़ताल पर रहा और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस अवसर पर प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार को सुरक्षा की ओर ध्यान देना चाहिए और हर अस्पताल में एक पुलिस अधिकारी की ड्यूटी लगानी। अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए ताकि अपराधियों को ऐसी हरकत करने की हिम्मत न हो।
उन्होंने मांग की कि कोलकाता में हुई घटना के आरोपियों को मृत्युदंड दिया जाना चाहिए तथा सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाए, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। पश्चिम बंगाल के आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर से दुष्कर्म मामले को लेकर बिहार की राजधानी पटना में डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारी डॉक्टरों की मांग है कि घटना में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर कार्यस्थल पर कार्यरत महिला डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। विरोध प्रदर्शन की वजह से सभी सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं ठप हैं। इससे मरीजों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म के मामले को लेकर देशभर के डॉक्टरों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है। अधिवक्ता कौस्तव बागची ने इस संबंध में कलकत्ता हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के निर्देशों का पालन करते हुए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) ने मंगलवार को सभी मेडिकल कॉलेजों और संस्थानों को एडवाइजरी जारी की। इसमें डॉक्टरों के लिए सुरक्षित कामकाजी माहौल सुनिश्चित करने की अपील की गई है। एनएमसी की ओर से यह एडवाइजरी बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला के साथ हुए यौन उत्पीड़न और हत्या के बाद आई है। एडवाइजरी में कहा गया है कि हाल के दिनों में मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं। सभी मेडिकल कॉलेजों से अनुरोध है कि वे डॉक्टरों के लिए कॉलेज और अस्पताल परिसर में सुरक्षित कार्य वातावरण विकसित करें। नीति में ओपीडी, वार्ड और कमरों में पर्याप्त सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाने चाहिए। कर्मचारियों के एक स्थान से दूसरे स्थान पर सुरक्षित रूप से चलने के लिए शाम के समय गलियारों और परिसर में अच्छी रोशनी होनी चाहिए और निगरानी के लिए सभी संवेदनशील क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरा होना चाहिए।"
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