लुधियाना-जालंधर : शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा चुनावों को लेकर भले ही अपने-अपने सियासी हितों की खातिर ‘ तू-तू-मैं-मैं ’ का रास्ता अख्तियार कर रखा है, लेकिन पंजाब में हो रहे 4 विधानसभा इलाकों के उपचनुावों के लिए एकजुट होकर कैप्टन सरकार को पटखनी देने के लिए ताल ठोकी है।
अकाली दल और भाजपा की कोडिनेटर कमेटी की जालंधर में हुई बैठक के दौरान दोनों सियासी समूहों ने सूबे से कांग्रेस सरकार को खदेडऩे के लिए सिरधड़ की बाजी लगाने की शपथ ली है। मीटिंग के दौरान उपचुनावों में आने वाली रूकावटों को खदेडऩे के लिए अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल और भाजपा पंजाब प्रधान श्वेत मलिक की अगुवाई में कोर कमेटी मेंबर्स ने एक मंच पर बैठकर उप-चुनाव की रणनीति तय की।
आयोजित बैठक में अकाली दल की तरफ से सीनियर वाइस प्रेसिडेंट डॉ. दलजीत सिंह चीमा और बीजेपी की तरफ से पार्टी के महामंत्री पूर्व मेयर राकेश राठौर को उप-चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिसमें पार्टी उम्मीदवारों की तरफ से इन दोनों बड़े नेताओं के साथ कोआर्डिनेट करते हुए इलाके में प्रचार और नेताओं की ड्यूटी लगाने के फैसलों को तय किया जाएगा। मीडिया के साथ बातचीत में सुखबीर बादल और श्वेत मलिक ने हरियाणा में गठबंधन टूटने के फैसले पर कुछ भी बोलने से मना करते नजर आए। मीटिंग में दोनों नेताओं ने एक-दूसरे पर बयानबाजी पर रोक लगाने पर भी चर्चा की।
सुखबीर बादल ने कहा कि पंजाब में काफी समय से दोनों पार्टियों में गठबंधन है, जो मजबूती के साथ आगे तक चलेगा। सभी उप-चुनाव में अकाली-भाजपा के उम्मीदवारों की जीत होने का दावा किया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश, फगवाड़ा उप-चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार राजेश बाघा, पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय सांपला, विधायक पवन टीनू, बलदेव खैहरा, डॉ. सुखविंदर सुक्खी, पूर्व विधायक सर्बजीत मक्क ड़, बीबी जगीर कौर, अकाली दल जिला प्रधान कुलवंत सिंह मन्नण मौजूद थे।
– सुनीलराय कामरेड