पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के एक दिन के हड़ताल के आह्वान के बाद पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में सोमवार को स्वास्थ्य सेवायें प्रभावित रही क्योंकि चिकित्सकों ने आज अपनी सेवायें नहीं दीं ।
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में पिछले हफ्ते दो डाक्टरों पर हुए हमले के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से आयोजित 24 घंटे की हड़ताल के समर्थन में डाक्टर गैर आपात सेवाओं से अलग रहे । लुधियाना, पटियाला, बठिंडा, हिसार, फरीदाबाद, गड़गांव और चंडीगढ़ सहित विभिन्न स्थानों पर डाक्टरों ने विरोध मार्च निकाले ।
विरोध कर रहे एक चिकित्सक ने कहा कि पश्चिम बंगाल में जारी गतिरोध तथा वहां के प्रशासन की निष्क्रियता के कारण चिकित्सक समुदाय दुखी और निराश है । उन्होंने कहा कि डाक्टर हर दिन 15 से 18 घंटे काम करते हैं और वह अपने लिए सुरक्षित माहौल की मांग कर रहे हैं ।
चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान स्नातकोत्तर संस्थान (पीजीआईएमईआर) के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ उत्तम कुमार ठाकुर ने कहा कि अस्पताल के चिकित्सक सभी गैर आपात सेवाओं से तबतक अलग रहेंगे जबतक पश्चिम बंगाल सरकार वहां के डाक्टरों की मांग नहीं मान लेती है ।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने सभी गैर आपात सेवाओं से अनिश्चित काल तक के लिए अलग रहने का निर्णय किया है और ऐसा तब तक रहेगा जब तक पश्चिम बंगाल सरकार वहां के डाक्टरों की मांग नहीं मान लेती। आपात और आईसीयू सेवाओं को छोड़ कर सोमवार से सभी सेवायें प्रभावित रहेगी ।’’ ठाकुर ने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल के डाक्टरों के साथ हम मजबूती के साथ खड़े हैं और प्रशासन से आग्रह करते हैं कि वह हमारे आंदोलन को कमतर न समझे।’’ अस्पताल में ओपीडी बंद रहने के कारण इलाज कराने आये मरीज प्रभावित हुए ।