पंजाब में चुनाव टालने की मांग पर निर्वाचन आयोग आज बैठक करने वाला है। आयोग पंजाब के सियासी दलों की इस मांग पर विचार करेगा जिसमें उन्होंने गुरु रविदास जयंती के मद्देनजर विधानसभा चुनाव के लिए 14 फरवरी को प्रस्तावित मतदान को टालने का अनुरोध किया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने निर्वाचन आयोग से रविदास जयंती के मद्देनजर मतदान को छह दिन के लिए टालने का अनुरोध किया है। एक चरण में प्रस्तावित मतदान को टालने के लिए इसी तरह का अनुरोध बीजेपी और बसपा सहित अन्य पार्टियों ने भी किया है।
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बीजेपी की पंजाब इकाई के महासचिव सुभाष शर्मा ने रविवार को इस सम्बन्ध में मुख्य निर्वाचन आयुक्त को भी पत्र लिखा जिसमें उन्होंने कहा, ”राज्य में अनुसूचित जाति (एससी) समुदाय सहित गुरु रविदास जी के अनुयायियों की अच्छी खासी आबादी है, जो पंजाब की आबादी का लगभग 32 प्रतिशत है।”
शर्मा ने लिखा है, ”इस पावन अवसर पर लाखों श्रद्धालु उत्तर प्रदेश के बनारस में गुरुपर्व मनाने के लिए जाएंगे। इस कारण से उनके लिए मतदान प्रक्रिया में भाग लेना संभव नहीं होगा। इसलिए आप सभी से अनुरोध है कि मतदान की तिथि को आगे बढ़ाया जाए ताकि पंजाब के ये मतदाता चुनाव प्रक्रिया में भाग ले सकें।”
उल्लेखनीय है कि लाखों श्रद्धालु रविदास जयंती मनाने के लिए उत्तर प्रदेश के वाराणसी जाते हैं और राजनीतिक पार्टियों का मानना है कि वे (श्रद्धालु) इसकी वजह से मतदान नहीं कर पाएंगे। इस साल गुरु रविदास की जयंती 16 फरवरी को पड़ रही है।