लुधियाना : जिला परिषद और ब्लाक समिति के चुनावों के दौरान बूथ कैपचरिंग और फायरिंग की घटनाओं का कड़ा संज्ञान लेते हुए आम आदमी पार्टी पंजाब के प्रवक्ता दर्शन सिंह शंकर ने मतदान में कांग्रेस और अकाली दल -बीजेपी की तरफ से सरेआम गंडागर्दी करने और बूथों पर जबरदस्ती कब्ज़े करके जाली वोटों का भुगताने करने की सख्त निंदा की है और कहा कि रवायती पार्टियों की ओर से हर तरह के हथकंडे इस्तेमाल कर प्रजातांत्रिक प्रणाली की सरेआम उलंघना की है।
दर्शन सिंह ने यह भी कहा कि सब से अधिक चिंता वाली बात यह रही कि पुलिस और समूचे चुनाव अमले ने रवायती पार्टियों को पूर्ण तौर पर समर्पण कर रखा था और इन गुंडों को मनमानी करने की खुल दे रखी थी। उन्होंने कहा कि गुंडागर्दी का यह नंगा नाच मीडिया द्वारा लोगों ने लाइव देखा। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी पार्टी के विधायकों और अन्य नेताओं के नेतृत्व में सूबे के सभी जिलों में अनगिणत बूथों पर लाठियां और तेजधार हथियारों के साथ वोटरों और चुनाव अमले को भैयभत करके शरेआम जाली वोटें भुगताई गई। विरोधियों की पुलिस से की जा रही शिकायत पर भी पुलिस कार्यवाही करने में फैल रही।
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स. शंकर ने कहा कि जहां कांग्रेस विधायकों और नेताओं ने पुलिस और मसल पावर का प्रयोग करके इस चुनाव प्रक्रिया को पूरी तरह मसल कर रख दिया वहीं सत्ता से बाहर हुए अकाली दल के नेता भी हिंसा पर उतरे दिखाई दिए। अकाली दल के पूर्व उप मुख्य मंत्री सुखबीर सिंह बादल तो लम्बी हलके मंडी किलियांवाली के एक बूथ पर खुद अपना बड़ा हथियारबंद लाम लश्कर ले कर पहुंच गए और विरोधी पार्टी के वर्करों की शरेआम पीटाई करवाते देखे गए। सुखबीर के सुरक्षा कर्मचारी भी मारपीट में शामिल देखे गए जब कि एक सुरक्षा मुलाजिम ने तो अपना सर्विस रिवाल्वर भी एक वर्कर पर तान कर उसे धमकाया।
सुखबीर बादल ने यह सब सामने खड़े होकर करवाया जो के पास वाले मकान में लगे सीसीटीवी कैमरे पर रिकार्ड हो गया। पुलिस की तरफ से सुखबीर बादल और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज भी किया गया। आप प्रवक्ता ने कहा कि ऐसा सब पहले भी अक्सर होता रहा है परन्तु इस बार तो यह सभी हदें पार कर गया।
शंकर ने कहा कि इन मतदान में जिस तरह देश की लोकतंत्र प्रणाली का घान रवायती पार्टियों की तरफ से किया गया है उस से भय भीत हो कर साधारण व्यक्ति तो चुनाव प्रणाली में हिस्सा लेने से ही घबराऐगा और हमारी चुनाव प्रीक्रिया एक मजाक बन कर रह जायेगी।
उन्होंने कहा कि विरोधी पार्टियों की तरफ से चुनाव कमीशन से भी इस गुंडागर्दी को तुरंत रोकने के लिए शिकायतें दर्ज करवाई गई परन्तु सूबे का चुनाव कमीशन मूक दर्शक बन कर सत्ताधारी पार्टी का पक्ष दबाता ही दिखाई दिया। स. शंकर ने स्थिति को अति गंभीर बताते चुनाव कमीशन को तुरंत एक आल पार्टी मीटिंग बुला कर चुनाव प्रणाली को और ज्यादा पारदर्शी और मजबूत बनाने का विचार करने के लिए कहा, और लोगों से अपील की कि वह खुद भी लोकतंत्र का घान करने वाली पार्टियों के भ्रष्ट मंसूबों को नाकाम करने के लिए सुचेत हों।
पार्टी प्रवक्तो ने आगे कहा कि लोग इन पार्टियों के हाथों में खेल कर गांवों में गुटबाजी पैदा करने की बजाए इन पर जनता के मुद्दे हल करवाने के लिए दबाव बनाएं और सभी पार्टियों से अपील की कि वह भविष्य में मतदान दौरान चुनाव आचार संहिता के दायरे में रहते मतदान लड़ें जिससे लोकतंत्र प्रणाली को महफूज रखा जा सके।