लुधियाना-बुडलाडा : साढ़े 6 दशक पहले वीर गति को प्राप्त होने वाले पंजाब के गांव दातेवास के अशोक चक्र (प्रथम दर्जा) विजेता शहीद जुगिंद्र सिंह हवालदार के परिवार ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के खिलाफ वायदा खिलाफी के आरोप लगाते हुए आज से भूख हड़ताल शुरू कर दी है। इसी संबंध में जानकारी देते हुए शहीद के पौत्र दर्शन सिंह ने बताया कि कि वर्ष 2006 में शहीद की प्रतिमा से पर्दा उठाने आएं तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा गांव के विकास के लिए लाखों रूपए की ग्रांट की घोषणा के अतिरिक्त शहीद परिवार को 5 लाख रूपए की आर्थिक सहायता और वारिस को नौकरी देने के साथ-साथ परिवार से इस शहीद की लंबे अरसे से संभाले ‘अशोक चक्र’ को अपने साथ ले गए थे लेकिन कैप्टन अमरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में राज्य के अंदर दूसरी बार सरकार बनने पर भी इस बारे कोई उपलब्धि पूरी नहीं हुई।
स्मरण रहे कि पारिवारिक सदस्यों द्वारा 15 अगस्त को इसी संबंध में रोष प्रकट करते हुए केबिनेट मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड द्वारा कांग्रेस के पूर्व जिला प्रधान डॉ मनोज बाला को गांव दातेवास भेजकर 10 दिनों में मुख्यमंत्री से बातचीत करके उकत मांगे जल्द पूरी करवाने का विश्वास दिया गया लेकिन र्निधारित वक्त बीत जाने के बावजूद उन्हें पूरा नहीं किया गया। इसी संबंध में 1956 में वीर गति को प्राप्त होने वाले शहीद जुगिंद्र सिंह के परिवारिक सदस्यों में दर्शन सिंह, मनप्रीत सिंह, जसपाल सिंह, स्पोर्टस क्लब के आगु हरजीत सिंह और गुरजीत सिंह भूख हड़ताल पर बैठ चुके है।
– सुनीलराय कामरेड