लुधियाना- जगराओं (लुधियाना) : परिवार के दुखों के पहाड़ खत्म करने के इरादे से मर्चेट नेवी जवाईन करके अफसर बनने वाले 31 वर्षीय जगबीर सिंह को अभास ही नही था कि जुलाई माह में मुंबई की मारवीन कंपनी का शिप लेकर जा रहा है, उसे चाइनिज पीपलस आर्मड पुलिस फोर्स हिरासत में 5 अन्य क्रू सदस्यों के साथ हिरासत में ले लेगी, जब वह विदेश यात्रा पर निकले थे।
भारतीय मर्चेट नेवी के अफसर जगबीर सिंह जिसका संबंध जगराओं के गांव चीमा से है और वह अकाली सरपंच परमिंद्र सिंह का होनहार बेटा है। जगबीर सिंह पिछले पांच माह से चीनी पुलिस की हिरासत में हैं। चाइनीज पीपल्स आर्म्ड पुलिस फोर्स ने मुंबई की मारविन कंपनी का शिप लेकर गए जगबीर व पांच अन्य क्रू सदस्यों को 16 जुलाई को हिरासत में ले लिया था। 5 अन्य को तो रिहा कर दिया गया है, लेकिन शिप की अगुआई करने वाले जगबीर का परिवार अब तक उनकी रिहाई का इंतजार कर रहा है।
चीन रवानगी से पहले कंपनी की ओर से उन्हें बताया गया था कि सभी आवश्यक कागजात पोर्ट पर सौंपे जाएंगे, लेकिन वहां पहुंचते ही पुलिस ने शिप को घेरे में लेकर स्टाफ को हिरासत में ले लिया। जगबीर पूरे दस्तावेज नहीं दिखा सके।
परिवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व विदेश मंत्री एस. जयशंकर से हस्तक्षेप की अपील की है। जगबीर के पिता सरपंच परमिंदर सिंह ने बताया कि जगबीर उनका इकलौता बेटा है। उसने 2009 में मर्चेट नेवी ज्वाइन की थी। इसी साल उसने मारविन कंपनी ज्वाइन की थी। हाल ही में उनके दादा का भी निधन हो गया था।
उधर जगबीर सिंह की पत्नी गगनदीप कौर ने कहा कि वह और उसका परिवार जगबीर सिंह की रिहाई के लिए जहां दर दर की ठोकरें खा रहा है वही वाहेगुरू के दरबार में दिनरात उनकी रिहाई के लिए अरदासें जारी है। उन्होंने आरोप लगाए कि जिस कंपनी का जहाज उसका पति लेकर गया था, कंपनी उसके पति की रिहाई के लिए कुछ अधिक प्रयास नहीं कर रही। शंदाई में जगबीर की पैरवी कर रही वकील ने पंजाब और केंद्र सरकार से मदद मांगी है।
– सुनीलराय कामरेड