लुधियाना : पूरे पंजाब में आज बाद दोपहर अचानक सवा एक बजे करीब वर्षा, अंधेरी के साथ-साथ काली घटाएं छाने से मौसम सुहाना हो गया वही लोगों ने बढ़ती गर्मी से कुछ राहत महसूस की। जबकि तेज बारिश और कई इलाकों से फसलें जल जाने से लोगों में काफी चिंता पाई गई। इस दौरान जलालाबाद के नजदीक एक गांव में खराब मौसम के कारण एक किसान की आसमानी बिजली गिरने पर मौत हो गई।
जबकि पटियाला शहर में अंधेरी और तेज हवाओं के कारण 2 लोगों की मौत हुई है। प्राप्त जानकारी के कारण हरमिंद्र सिंह चडढा नामक शख्स शहर में अपनी दुकान तैयार कर रहा था कि इस दौरान अचानक तेज हवाओं के कारण एक दीवार गिर गई। इस हादसे में हरमिंद्र सिंह और उसके साथ काम कर रहे कर्मचारी की मोके पर ही मौत हो गई। संगरूर के लहरागगा इलाके में आए तूफान के कारण एक पेड़ पर आसमानी बिजली गिरी है, जिस कारण पेड़ दो फाड़ हो गया। इस हादसे में किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है जबकि घटना के उपरांत गांववासियों में दहशत का माहौल व्याप्त है।
पटियाला के नजदीक गांव अदालतीवाला में तेज अंधेरी के कारण अचानक लगी आग इतनी भयानक थी कि उसके इर्द-गिर्द के कई गांवों को भी अपनी चपेट में ले लिया। जिससे काफी नुकसान होने की खबर है। उधर आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की गाडिय़ा काफी देर से पहुंची, तब तक समस्त इलाका जलकर राख हो चुका था। लुधियाना, जालंधर में भी बदलते मौसम में खराबी के चलते तेज अंधेरी और बरसात होने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस दौरान लोगों को छाएं अंधेरे के कारण वाहन चालकों को लाइटें जगाने के लिए मजबूर होना पड़ा जबकि जालंधर के कई इलाकों में पेड़, साइनबोर्ड और बिजली पोल गिरने के समाचार है।
इस दौरान बारिश ने किसानों और आढ़तियों को अधिक चिंता में डाल दिया। जलालाबाद से श्री मुक्तसर साहिब मुख्य रोड़ पर गांव घघाकलां में आसमानी बिजली गिरने के कारण किसान गुरबचन सिंह की मौत हो गई। गुरबचन सिंह पूर्व फौजी था और अपने पशुओं को लेकर गांव के छप्पड़ पर गया हुआ था, जहां वह अचानक आसमानी बिजली का शिकार हो गया। बिजली गिरने से मृतक की एक साइड का समस्त शरीर सड़ गया।
अचानक मौसम की तबदीली होने के कारण गुरू की नगरी अमृतसर से लेकर बठिण्डा तक पूरे पंजाब के मौसम का मिजाज बदल गया। भारी अंधेरी और बारिश ने सरकार के अधूरे प्रबंधों की पोल खोल दी। अनाज मंडियों में पड़ी गेहूं की बोरियां कई स्थानों पर खुली होने के कारण भिग गई। अमृतसर की अनाज मंडी के आढ़ती नरिंद्र बहल ने बताया कि अचानक बारिश के कारण मंडियों में पड़ा अनाज खराब हो रहा है। और सरकार से अपील की थी कि लिफटिंग टेंडर उन्ही लोगों को दिए जाने चाहिए जिनके पास अपने वाहन हो। परंतु सरकार ने अन्य को टेंडर जारी कर दिए, जिनके पास अपने ट्रक भी नहीं थी। उन्होंने बताया कि अमृतसर मंडी में तकरीबन 90,000 बोरियां गेहूं की पड़ी है जो बारिश के कारण खराब हुई है।
लुधियाना के नजदीक जगराओं इलाके में मंडियों में पड़ी गेहूं की बोरियों को देखकर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें पड़ गई हैं। हालाकि किसानों ने अपनी फसल को तरपालों से पूरी तरह ढका हुआ है। बारिश पडऩे से किसानों का कहना है कि मौसम की मार से बचने के लिए समय पर फसल की कटाई कर दी थी ताकि फसल की अच्छी कीमत मिल जाए लेकिन बारिश ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। इस संबंध में आढ़ती एसोसिएशन जगराओं के प्रधान राज कुमार भल्ला ने बताया कि अभी तक जितनी भी फसल विभिन्न खरीद कंपनियों से खरीदी गई है उसमें केवल एक तिहाई फसल की लिफ्टिंग हुई है बाकी सभी बोरिया मंडी में कुछेक मंडी के शेडो के नीचे व खुले आसमान में पड़ी है। उन्होंने कहा कि बारिश के आने से पहले ही पूरी फसल को तरपालों से अच्छी तरह ढक लिया था ताकि फसल खराब न हो।
– रीना अरोड़ा
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