लुधियाना-पठानकोट : पंजाब में लगातार पड़ रही छमाछम बारिश के कारण चक्की दरिया में पानी की अधिक मात्रा बढ़ी हुई है और पठानकोट से हिमाचल को जोडऩे वाले चक्की दरिया पुल पर राहगिरियों के लिए बना रास्ता दरिया के पानी की भेंट चढ़ चुका है।
इसकी जानकारी मिलते ही नैशनल हाईवे- 44 के अंतर्गत काम करते टोलप्लाजा के कर्मचारी तुरंत मोके पर पहुंचे और उनके द्वारा अपने ही स्तर पर जे.सी.बी. मशीन के साथ समस्या का हल करने की कोशिशें जारी है। वही इस दौरान दूसरी तरफ भाखड़ा डैम में लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए शनिवार की शाम भी फलड गेट खोल दिए गए। जबकि लुधियाना में मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान पंजाब और हिमाचल में भारी बारिश की आशंका जताई है।
लगातार तेज बारिश के कारण पंजाब में बहते सतलुज और ब्यास दरिया में बाढ़ के खतरे की आशंका की सूचना पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने सभी जिलों के डिप्टी कमीश्ररों समेत अन्य विभागीय अधिकारियों को तुरंत उपाय करने के निर्देश जारी किए है। इन निर्देशों उपरांत दोआबा और मालवा के मध्य फिल्लौर और नवांशहर के नजदीक बहते सतलुज दरिया पर भारी बारिश के बीच अधिकारियों ने मोके पर जाकर मुआयना किया। जबकि अमृतसर, लुधियाना और गिदड़बाह समेत कई इलाकों में भारी बारिश के आसार बने हुए है।
उधर भाखड़ा प्रबंधक मेनेजमेंट बोर्ड के सदस्य भी पूरे हालात पर पैनी निगाह बनाए हुए है। अगर भाखड़ा में पानी की मात्रा अधिक होती है तो पानी को छोड़े जाना निश्चित है और इस बारे में समस्त जिला प्रशासनों को समय-समय पर जानकारियां दी जा रही है और प्रशासनिक अधिकारियों ने दरिया किनारों पर बसे परिवारों को उचित स्थान पर भेज दिया है।
डिप्टी कमीश्रर पठानकोट रामवीर और लुधियाना के डिप्टी कमीश्रर प्रदीप अग्रवाल ने भी अपने-अपने अधिकार क्षेत्र पर दरिया किनारे बसे लोगों को अपील की है कि वे बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र औ दरिया किनारे ना जाएं जबकि फिरोजपुर के नजदीक गुरूहरसहाय हलके में बाढ़ के खतरे की संभावना देखते हुए प्रशासन ने 26 गांवों की सूची जारी करके लोगों को सचेत रहने की हिदायतें जारी की है। उन्होंने गांववासियों को स्पष्ट किया है कि अगर इलाके में बाढ़ की स्थिति बनती है तो प्रशासन द्वारा पहले से ही अग्रीम उचित प्रबंध किए गए है और इनके लिए गांववासियों की सहायता से अलग-अलग टीमें गठित की गई है।
– सुनीलराय कामरेड