पिछले कई दिनों से पंजाब कांग्रेस में चल रही खट-पट थमने का नाम नहीं ले रही है। पार्टी हाईकमान के हस्तक्षेप के बाद भी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच खींचतान जारी है। कैप्टन की लीडरशिप बनी रहने और उपमुख्यमंत्री का पद दिए जाने की पेशकश को सिद्धू ने ठुकरा दिया है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार सिद्धू ने तीन सदस्यों के पैनल को साफ कह दिया है। कि वह कैप्टन अमरिंदर के साथ काम करने में सहज नहीं रहेंगे।
उन्होंने कहा है कि अगर वह उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार भी कर लेते हैं, तब भी सहज नहीं रहेंगे। पार्टी सूत्रों के मुताबिक सिद्धू ने पैनल से दावा करते हुए कहा कि अमरिंदर सिंह पहुंच से दूर रहते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि राज्य में पार्टी के विधायकों और कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है।
बता दें अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच काफी लंबे समय से टकराव चल रहा है। दोनों नेता एक-दूसरे के खिलाफ अक्सर बयानबाजी भी करते रहते हैं। दो साल पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने पूछा था कि राज्य का कैप्टन कौन है।
इस पर अमरिंदर की ओर से राज्य में जगह-जगह पोस्टर लगाकर बताया गया है कि ‘राज्य का कैप्टन तो एक ही है’, वह अमरिंदर सिंह हैं। दूसरी तरफ हाल ही में अमृतसर में सिद्धू के खिलाफ जगह-जगह पोस्टर लगाकर उनके गायब होने की सूचना दी गई थी। उसमें लिखा था कि सिद्धू को खोजने वाले को 50,000 रुपए का ईनाम दिया जाएगा।