लुधियाना-अमृतसर : सीमावर्ती जिले अमृतसर के वेरका मजीठा बाईपास रोड़ पर एक कपड़ा तैयार करने वाली फैक्ट्री को भयंकर आग लगने के कारण करोड़ों की मशीनरी, तैयार कपड़ा और कच्चे माल समेत पूरी फैक्ट्री सडक़र राख हो गई। आग लगने की जानकारी मिलते ही एयरपोर्ट, नगर निगम और सेवा समिति की दर्जनों गाडिय़ां आग बुझाने के लिए फायर कर्मियों समेत मौके पर पहुंची और काफी संघर्ष उपरांत आग पर काबू पाया गया।
उक्त मामले का पता लगते ही अमृतसर के एसडीएम विकास हीरा के अतिरिक्त थाना सदर के मुखी राजविंदर कौर व थाना वेरका के मुखी जगजीत सिंह चाहल पुलिस पार्टी की टीमें सहित मौके पर पहुंची और इकटठी हुई तमाशबीनों की भीड़ को काफी मशक्कत से नियंत्रण में किया। जानकारी के मुताबिक वेरका मजीठा रोड बाइपास रोड के अंतर्गत पंडोरी वड़ैच रोड पर स्थित सुरेखा निट फैब कंपनी में मंगलवार सुबह हुए करीब नौ बजे शार्ट सर्किट से आग लगी थी।
कारखाने का रिकॉर्ड, छह बाइक व गैस सिलेंडर भी जला
आग लगने की इस घटना में करीब चालीस मशीनें, तैयार व कच्चे माल सहित दफ्तरी रिकार्ड भी आग की भेंट चढ़ गए। बताया जा रहा है आग की चपेट में आने से छह मोटरसाइकिल व एक गैस सिलेंडर को नुकसान पहुंचा है। आग लगने से तीस करोड़ से अधिक का नुकसान होने का अंदाजा लगाया जा रहा है।
शार्टसर्किट से हुई तबाही
बताया जा रहा है कि सुरेखा निट फैब कंपनी में सुबह नौ बजे के करीब गोदाम से बाहर बिजली की तारों में शार्ट सर्किट होने से आग की ङ्क्षचगारी गोदाम में रखे कपड़ों पर गिर गयी और कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। जब तक लोग कुछ समझ पाते आग मशीनों को भी अपनी आगोश में लिया। इसके अलावा पूरी इमारत भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी। बताया जा रहा है कि जिस समय यह घटना हुई उस समय फैक्टरी में 150 से अधिक कर्मचारी काम कर रहे थे। कर्मचारियों ने तुरंत इसकी जानकारी कारखाने के पीछे बने कृष्णा लेन मे अपने परिवार सहित रहते फैक्टरी मालिक निर्मल सुरेखा पुत्र महाबीर प्रसाद को दी, जिन्होंने फायर ब्रिगेड सहित इसकी सूचना पुलिस को दी।
आधे घंटे के भीतर पहुंची दमकल की गाडिय़ां
जानकारी मिलते ही नगर निगम अमृतसर व सेवा समिति की फायरब्रिगेड की गाडिय़ां मौके पर पहुंची। फायर व बचाव दस्ते ने सबसे पहले वहां काम करने वाले लोगों व उनके परिवारों को क्वार्टरों व कारखाने से सुरक्षित बाहर निकाला। आग इतनी भयानक थी कि एयरपोर्ट राजासांसी व खन्ना पेपर मिल से दमकल की गाडिय़ों को बुलाना पड़ा। आग बुझाओ अमले की ओर से पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
नुकसान का अनुमान अभी नहीं लगाया जा सकता – एसडीएम टू
एसडीएम टू विकास हीरा ने कहा कि आग से कितना नुकसान हुआ है। इसका अी अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है पर इसकी जांच की जा रही है। इसके लिए फैक्ट्री मालिक से संपर्क किया जा रहा है।
कपड़ा फैक्ट्री में पानी का नहीं था इंतजाम, इसलिए लगा समय
आग बुझाने कर्मचारियों ने कहा कि फैक्टरी में पानी का इंतजाम न होने के कारण उनको गाडिय़ों में पानी भरने के लिए बाहर जाना पड़ा। जिस कारण आग पर काबू पाने में अधिक समय लगा। फायर अधिकारियों का कहना था कि फैक्ट्री में आपातकाल में आग बुझाने के पुख्ता प्रबंध नहीं किए थे।
सुनीलराय कामरेड